मॉस्को: इंग्लैंड की टीम फीफा विश्व कप के 21वें सीजन के प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में आज स्पार्टक स्टेडियम में दक्षिण अमेरिकी देश कोलंबिया से भिड़ेगी। इंग्लैंड की नजर दूसरी बार खिताब जीतने की राह में आगे बढ़ने पर होगी जबकि कोलंबिया 2014 में ब्राजील में हुए विश्व कप के अपने प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी। इस मुकबाले में जीत दर्ज करके कोलंबिया 1998 में फ्रांस में खेले गए विश्व कप में इंग्लैंड से मिली हार का बदला भी लेना चाहेगी। इंग्लैंड ने उस मैच में कोलंबिया को 2-0 से मात दी थी।
इंग्लैंड 2006 के बाद से क्वार्टर फाइनल में नहीं पहुंचा है। 1966 की विजेता टीम के लिए इससे आगे जाना अपने खिताब की संभावनाओं और अपने आलोचकों का मुंह बंद करने के लिए बेहद जरूरी है। इंग्लैंड की युवा टीम से इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद शायद किसी को नहीं थी, लेकिन उसने सभी को गलत साबित कर अपने आप को खिताबी दौड़ में बनाए रखा है।
इंग्लैंड की युवा टीम के सामने कोलंबिया के रादेमल फाल्को और जेम्स रोड्रिगेज से निपटना एक चुनौती होगी। यह दोनों अभी तक बेहद शानदार फॉर्म में हैं और अनुभव भी इनके पास अच्छा खासा है। ऐसे में इंग्लैंड की कम अनुभवी टीम के लिए यह दोनों सिरदर्द बन सकते हैं। रोड्रिगेज को हालांकि चोटिल हैं और उनका इस मैच में खेलना संदिग्ध है।
वहीं इंग्लैंड इस मैच में बेल्जियम के हाथों 0-1 से हार का सामना करने के बाद आ रही है। उसके कोच गारेथ साउथगेट पहले ही कह चुके हैं कि यह उनके लिए दशक का सबसे बड़ा मुकाबला होगा। कोच इस मैच को किसी भी तरह से हल्क में लेने के मूड में नहीं हैं।
दोनों टीमों के बीच अगर मुकाबलों की बात की जाए तो कोलंबिया कभी भी इंग्लैंड से जीत नहीं सका है, लेकिन कोच इस पर ध्यान नहीं देना चाहते। इंग्लैंड की जीत की जिम्मेदारी कप्तान हैरी केन पर होगा जो टीम का अच्छे से नेतृत्व भी कर रहे हैं और इस विश्व कप में सबसे ज्यादा गोल भी कर चुके हैं।
इंग्लैंड को कोलंबिया के डिफेंस से परेशानी हो सकती है जिसने अभी तक ग्रुप दौर में सिर्फ एक गोल खाया है। हालांकि कोलंबिया के डिफेंस के लिए भी इंग्लैंड के अटैक को रोकना बड़ी चुनौती है जो अभी तक ग्रुप स्तर के मैचों में आठ गोल कर चुका है।
कोलंबिया:
गोलकीपर: जोस क्वाड्राओ, डेविड ओस्पीना, कामिलो वार्गास
डिफेंडर: सैंटियागो एरियास, फ्रैंक फाबरा, यैरी मीना, जोहान मोजीका, ऑस्कर मुरीलो, डेविनसन सांचेज, क्रिस्टियन जपाटा।
मिडफील्डर: अबेल अग्वीलार, विल्मार बारियोस, जुआन कुआड्राओ, जेफरसन लेर्मा, जुआन क्विंतेरो, जेम्स रोड्रिगेज, कार्लोस सांचेज, मेटुएस उरिबे।
फॉरवर्ड: मिगुएल बोर्जा, रादमेल फाल्काओ, जोल इजक्विएडरे, लुइस मुरिएल।
इंग्लैंड:
गोलकीपर: जॉर्डन पिकफोर्ड, जैक बुटलैंड, निक पोप
डिफेंडर: केल वॉकर, डेनी रोस, जॉन स्टोन्स, हैरी मेग्वीर, कीरान ट्रिपिर, गैरी काहिल, फिल जोन्स, फाबिया डेल्फ, एश्ले यंग, ट्रेंट एलेक्जेंडर आरनोल्ड,
मिडफील्डर: एरिक डिएर, जेसे लिंगार्ड, जॉर्डन हेंडरसन, डेले अली, रुबेन लोफ्टस चीक
फॉरवर्ड: हैरी केन, रहीम स्टर्लिग, जैमी वार्डी, डैनी वेलबैक, मार्कस रैशफोर्ड।