ईस्ट बंगाल ने आगामी सत्र के लिए 38 साल के फ्रांसिस्को जोस ब्रूटो डा कास्टा को अपना नया कोच नियुक्त किया है। ईस्ट बंगाल ने अपने ट्विटर हैंडल पर नियुक्ति की घोषणा करते हुए लिखा, ‘‘ईस्ट बंगाल को नए कोच फ्रांसिस्को जोस ब्रूटा डा कोस्टा के अनुबंध की पुष्टि करने की खुशी है।’’
फ्रांसिस्को आईएसएल 2016 में नार्थईस्ट यूनाईटेड एफसी में नेलो विनगाडा के सहायक थे। एएफसी के ‘ए’ लाइसेंस धारक फ्रांसिस्को को ईस्ट बंगाल ने मुख्य कोच नियुक्त नहीं किया है और हो सकता है कि टीम अंतत: इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में खेलते हुए उन्हें सहायक कोच के रूप में इस्तेमाल करे।
अब भी यह स्पष्ट नहीं है कि ईस्ट बंगाल शीर्ष लीग आईएसएल में खेलेगा या आईलीग में। पिछले सत्र में स्पेन के मारियो रिवेरा ईस्ट बंगाल के कोच थे और क्लब आईलीग में उप विजेता रहा था जिसके मैचों में कोरोना वायरस महामारी के कारण कटौती की गई थी।
देश के सबसे युवा कोचों में से एक फ्रांसिस्को ने 20 साल की उम्र में पहली बार सालसेट एफसी को कोचिंग दी। वह इसके बाद सलगांवकर के युवा विकास ढांचे का हिस्सा रहे।
वह भारत की अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 टीम के अलावा अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ की एलीट अकादमी के भी कोच रहे। माना जा रहा है कि क्वेस ग्रुप से नाता टूटने के बाद ईस्ट बंगाल सिंगापुर के यूनिवर्सल सक्सेस एंटरप्रोजेस लिमिटेड के संपर्क में है जिसका स्वामित्व कोलकाता में जन्में प्रसून मुखर्जी के पास है।
हालांकि दोनों के बीच अभी कोई समझौता नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी ईस्ट बंगाल को आईएसएल में खेलते हुए देखना चाहती है और इसलिए राज्य सरकार निवेशक को लाने में टीम की मदद कर रही है।