पिछले दिनों भारतीय फर्राटा धावक दुती चंद ने सोशल मीडिया पर अपनी BMW कार बेचने की पोस्ट शेयर की थी। दुती ने अपने फेसबुक पेज पर अपनी कार की फोटोज पोस्ट करते हुए लिखा, "मैं अपनी बीएमडब्ल्यू कार बेचना चाहती हूं। अगर कोई खरीदना चाहता है, तो मुझे मैसेंजर में संपर्क करें।" हालांकि कुछ देर बाद ही उन्होंने इस पोस्ट को हटा दिया था।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि दुती चंद कोरोना संकट के चलते अपने ट्रेनिंग खर्चे को पूरा करने के लिए अपनी BMW कार बेचने को मजबूर हैं। इस मामलें मे अब दुती चंद ने सफाई दी है। दुती चंद ने ट्विटर पर एक बयान जारी कर कहा है कि उनके BMW बेचने वाली पोस्ट का मीडिया ने गलत मतलब निकाला और वह सिर्फ अपनी BMW कार इसलिए बेचना चाहती हैं क्योंकि इस गाड़ी का मेंटिनेन्स काफी ज्यादा है।
दुती ने ट्विटर पर लिखा, "कुछ दिनों पहले मैंने सोशल मीडिया पर BMW बेचने की पोस्ट शेयर की थी। मेरे पास इस लग्जरी गाड़ी के मेंटिनेन्स के लिए संसाधन नहीं है। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं इस गांड़ी को अपने ट्रेनिंग खर्चे को पूरा करने के लिए बेच रही हूं। ओडिशा सरकार और केआईआईटी यूनिवर्सिटी ने मेरा हमेशा समर्थन किया है। मैं इस बात से इनकार नहीं कर रही हूं कि मेरी तैयारी का खर्च बहुत ज्यादा है खासकर 2021 ओलंपिक की तैयारी का।"
दुती ने कहा, ‘‘मैं सिर्फ इतना कहना चाहती थी कि इस पैसे का इस्तेमाल मेरी ट्रेनिंग के लिए किया जा सकता है और कोरोना वायरस महामारी के बाद राज्य सरकार से पैसा मिलने पर कार खरीदी जा सकती है।’’
दुती ने ओडिशा खनन निगम (OMC) से मिलने वाले मासिक वेतन को लेकर चल रही मीडिया रिपोर्टों का भी खंडन किया। उन्होंने कहा, "ओएमसी से मुझे 80,000 नहीं बल्कि 60,000 वेतन मिलता है। मैं शिकायत नहीं कर रही हूं। मैं कार खरीदने के लिए निश्चित रूप से इंतजार कर सकती हूं। केआईआईटी विश्वविद्यालय मेरे साथ खड़ा है। मैं सिर्फ एक बोझ नहीं बनना चाहती KIIT या ओडिशा सरकार के ऊपर।" दुती ने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी बड़े वित्तीय संकट का सामना नहीं कर रही हैं।
इससे पहले जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट के निदेशक पार्थ जिंदल ने बुधवार को कहा कि उन्होंने कई बार भारत की स्टार महिला धावक दुती चंत को समर्थन का प्रस्ताव दिया है और उनके लिए अभी भी दुती के लिए दरवाजे खुले हुए हैं।
गौरतलब है कि दुती चंद भारत की स्टार एथलीट में से एक हैं और 2018 एशियन गेम्स में वह सिल्वर मेडल अपने नाम कर चुकी हैं। वह कई अन्य टूर्नामेंट में भी भारत का नाम रोशन कर चुकी हैं।