कोलकाता| आई लीग टीम ईस्ट बंगाल ने खिलाड़ियों और अधिकारियों को बड़ा झटका देते हुए कोविड-19 महामारी के चलते उनके सभी मौजूदा अनुबंध समाप्त कर दिये। खिलाड़ियों के पास कोई विकल्प नहीं बचा तो उन्होंने भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी संघ (एफपीएआई) का दरवाजा खटखटाया जिसने उन्हें पूरा समर्थन देने का वादा किया और इस मामले को खिलाड़ियों की विश्व संस्था (फीफप्रो) के सुपुर्द कर दिया।
इसकी पुष्टि करते हुए ईस्ट बंगाल के शीर्ष स्पेनिश विंगर जैमे सांटोस कोलाडो ने कहा कि पूरी टीम इस फैसले के खिलाफ है। चौबीस साल के इस खिलाड़ी का दो साल का अनुबंध बाकी था, उन्होंने भाषा से कहा, ‘‘यह सच है, उन्होंने कोविड-19 महामारी का हवाला देते हुए हमारे अनुबंध समाप्त कर दिये हैं। पूरी टीम इस फैसले से असहमत है, हमें जल्द ही किसी समझौते की उम्मीद है। हम ऐसा करने की कोशिश में जुटे हैं। ’’
इस समय ईस्ट बंगाल के कई विदेशी खिलाड़ी लॉकडाउन की वजह से भारत में फंसे हैं। कोलाडो ने कहा, ‘‘हम घर जाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कोई क्लब या दूतावास इस समय हमारी मदद नहीं कर रहा है। ’’ एफपीएआई ने खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘‘कोई भी क्लब महामारी के कारण खिलाड़ियों से समय से पहले अनुबंध खत्म नहीं कर सकता। इसमें आपसी रजामंदी होनी चाहिए और खिलाड़ियों को भी इससे सहमत होना चाहिए। ’’
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ईस्ट बंगाल के टाइटल प्रायोजक क्वेस कोर्प ने शनिवार को बड़ा झटका देते हुए खिलाड़ियों और अधिकारियों को ईमेल के जरिये इस फैसले की सूचना दी। प्रायोजक पहले ही जून के बाद से क्लब से अलग होने की घोषणा कर चुका है।