रोम। पोलेंड की इगा स्विएतेक ने चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिसकोवा को हराकर इटालियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट में महिला एकल वर्ग का खिताब जीत लिया। स्विएतेक ने 46 मिनट तक चले एकतरफा फाइनल मुकाबले में नौंवीं रैंकिंग की प्लिसकोवा को लगातार सेटों में 6-0, 6-0 से हराकर खिताब जीता।
19 वर्षीय स्विएतेक ने पहले सर्विस में 93.3 फीसदी अंक हासिल किए जबकि प्लिसकोवा ने 44.4 फीसदी अंक लिए।
इस जीत के साथ ही स्विएतेक ने अपना पहला डब्ल्यूटीए 1000 खिताब जीता जबकि उनके करियर का यह तीसरा खिताब है। उन्होंने पिछले साल फ्रेंच ओपन और फरवरी में एडिलेड का खिताब जीता था।
डब्ल्यूटीए रैंकिंग में 15वें रैंक की स्विएतेक का इस सीजन का यह दूसरा खिताब है और इस जीत के साथ ही वह शीर्ष-10 में शामिल हो गई हैं।
स्विएतेक ने मैच में 17 विनर्स लगाए और सिर्फ पांच बेजां भूलें की। 1983 के बाद इटालियन ओपन का मुकाबला एकतरफा रहा है। 1983 में हंगरी के आंद्रिया तेमेस्वारी ने अमेरिका के बोनी गाडुसेक को 6-1, 6-0 से एकतरफा मुकाबले में मात दी थी।
स्विएतेक ने इससे पहले 2019 में लुगानो में प्लिसकोवा की बहन क्रिस्टिना को 6-0, 6-1 से हराकर पहली बार डब्ल्यूटीए के फाइनल में जगह बनाई थी।
प्लिसकोवा के करियर में यह दूसरी बार है जब वह पूरे मैच में एक भी गेम नहीं जीत सकीं हैं। इससे पहले उन्हें 2009 में लातिना नासकोसा आईटीएफ के क्वार्टर फाइनल में पोलैंड की एना कोरजेनिआक के हाथों 0-6, 0-6 से हार का सामना करना पड़ा था।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, स्विएतेक ने कहा, "इटालियन ओपन की चैंपियन बनकर अभिभूत हूं। टूर्नामेंट के शुरूआत में मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं इसकी विजेता बन सकती हूं।"
हार के बाद प्लिसकोवा ने कहा, "मैं जल्द से जल्द आज मिली हार को भुलाना चाहूंगी। मैंने यहां कुछ अच्छे मुकाबले खेले हैं। अतीत में भी मैंने यहां अच्छा किया है।"