नई दिल्ली| दुनिया के महानतम फुटबॉल खिलाड़ियों में शुमार 1986 विश्व कप में अर्जेंटीना की जीत के नायक डिएगो माराडोना का बुधवार को निधन हो गया। पेले के साथ दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में गिने जाने वाले माराडोना 60 वर्ष के थे। दो सप्ताह पहले ही दिमाग के आपरेशन के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई थी।
हालांकि वो पिछले लंबे समय से वह कोकीन की लत और मोटापे से जुड़ी कई परेशानियों से जूझ रहे थे। ऐसे में उनके निधन पर अर्जेंटीना में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा कर दी। जबकि गोवा सरकार अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना की विशाल प्रतिमा अगले साल की शुरूआत में पूर्वी जिले के तटीय इलाके में लगायेगी।
राज्य सरकार के सीनियर मंत्री और कालांगुटे के विधायक माइकल लोबो ने पीटीआई को बताया,‘‘माराडोना की प्रतिमा पहले से ही बन रही है। महाराष्ट्र के एक कलाकार उस पर काम कर रहे हैं।’’
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लोबो ने 2018 में ही प्रदेश में माराडोना की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की थी । उन्होंने बताया कि प्रतिमा कंडोलिम या कालांगुटे में लगाई जायेगी।
बता दें कि विश्व कप 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में ‘गॉड ऑफ़ हैंड्स’ वाले गोल के कारण फुटबॉल की किवदंतियों में अपना नाम शुमार कराने वाले माराडोना दो दशक से लंबे अपने कैरियर में फुटबालप्रेमियों के नूरे नजर रहे। नशे की लत और राष्ट्रीय टीम के साथ नाकामी ने उनकी साख को ठेस पहुंचाई लेकिन फुटबॉल के दीवानों के लिये वह ‘गोल्डन ब्वाय ’ बने रहे ।