नई दिल्ली। दिल्ली डायनामोज ने मंगलवार को फुटबॉल की इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में मौजूदा विजेता चेन्नइयन एफसी को अपने घर जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में गोलरहित ड्रॉ पर रोक दिया। इस मैच के स्टार दिल्ली के गोलकीपर फ्रांसिस्को रहे जिन्होंने कई शानदार बचाव करते हुए चेन्नइनय को गोल से महरूम रखा।
चेन्नइयन के अटैक ने आखिरी 10 मिनट में लगातार हमले पर हमले किए लेकिन फ्रांसिस्को की दीवार उनके लिए अभेद्य साबित हुई।
इस ड्रॉ से हालांकि अंकतालिका में कोई अंतर नहीं आया है। दिल्ली चार मैचों में तीन ड्रॉ और एक हार के साथ आठवें स्थान पर बनी हुई है। चेन्नइयन का चार मैचों में यह पहला ड्रॉ है। वह अंकतालिका में सबसे नीचे 10वें स्थान पर है।
पहले 15 मिनट में दोनों टीमों ने नीरस फुटबॉल खेली, लेकिन धीरे-धीरे दोनों टीमों ने रफ्तार पकड़ी और मौके बनाने शुरू किए। पहले हाफ के आखिरी पलों में दोनों टीमों के गोलकीपर को मेहनत करनी पड़ी।
18वें मिनट में चेन्नइयन के इसाक वानमालसावमा ने एक मूव बनाते हुए गेंद एली साबिया को दी जो अपने हेडर से गेंद को सही तरह से केनक्ट नहीं कर पाए। चार मिनट बाद ही इसाक को आंद्रे ओरलैंडी ने गेंद सौंपी। इस विंगर ने बाएं तरफ से क्रॉस खेला जिसे दिल्ली के डिफेंडर गियानी जुईवारलून ने क्लीयर कर दिया।
दिल्ली भी मिडफील्ड में इस बीच अच्छा खेल रही थी। 37वें मिनट में दिल्ली को चेन्नइयन के डिफेंस को परेशान करने का फायदा मिलता दिखा। चंगाते ने बाएं छोर से क्रॉस के जरिए गेंद को नेट में डालना चाहा जिसे चेन्नइयन के गोलकीपर करणजीत सिंह ने रोक लिया।
यहां से हाफ खत्म होने तक चेन्नइयन ने दिल्ली के गोलकीपर फ्रांसिस्को की अच्छी परीक्षा ली और लगातार हमले लिए। फ्रांसिस्को हालांकि इस परीक्षा को पास करने में सफल रहे। 42वें मिनट में कार्लोस सालोम ने थोई सिंह को पास दिया। उनकी किक डिफेंडर से टकरा कर वापस उनके पास आ गई। थोई ने दोबारा प्रयास किया, लेकिन कीपर ने उसे नकार दिया। यहां दो मिनट के अंतराल में फ्रांसिस्को को कुछ और हमले झेलने पड़े जिनका उन्होंने सफलता से बचाव किया।
पहले हाफ का अंत करीब था और तभी करणजीत ने दिल्ली के सबसे अच्छे मौके को नकार दिया। चंगाते ने फ्रांसिस से गेंद ली और खाली खड़े आंद्रेज कालुडजेरोविक को पास दिया। जैसे ही आंद्रेज के पास गेंद आई उन्होंने फर्स्ट टाइम में गोलपोस्ट के अंदर भेजना चाहा लेकिन करणजीत ने उसे अपने से आगे नहीं जाने दिया।
दूसरे हाफ में भी दोनों टीमें गोल करने की कोशिशों में लग रहीं। 54वें मिनट में ओरलैंडी ने बाईं तरफ से गेंद लेकर थोई सिंह को दी, लेकिन थोई इस बार भी गेंद को नेट में नहीं डाल पाए।
इसी बीच मेजबान टीम ने बदलाव किया और आंद्रेजा के स्थान पर आद्रिया कारमोना को मैदान पर उतारा। 65वें मिनट में सालोम ने ओरलैंडी को गोल करने का एक और मौका दिया। इटली के खिलाड़ी ने बॉक्स के कोने से गेंद को पोस्ट के अंदर डालना चाहा लेकिन क्रेस्पी सामने आ गए। रिबाउंड पर गोल करने का प्रयास चेन्नइयन के खिलाड़ी ने किया जो बार के ऊपर से चला गया।
70वें मिनट में मेजबान टीम के गोलकीपर ने एक और शानदार बचाव करते हुए चेन्नइयन को बढ़त नहीं लेने दी। इसाक सेंटर लाइन से गेंद लेकर आए। आगे आकर उन्होंने गेंद सालोम को दी। लग रहा था कि गोल हो जाएगा लेकिन फ्रांसिस्को अपनी जगह छोड़कर आए और गेंद को नेट में जाने से रोक दिया।
दिल्ली ने तीन मिनट बाद एक और बदलाव करते हुए रेने मेहेलिक के स्थान पर विनित राय को मैदान पर उतारा। 76वें मिनट में चेन्नइयन के कोच जॉन ग्रेगोरी ने ओरलैंडी को बाहर बुला लिया और ग्रेगोरी नेल्सन को अंदर भेजा।
इस मैच में चेन्नइयन के लिए दिल्ली के गोलकीपर ही मुसीबत खड़ी कर रहे थे। नेल्सन ने आते ही उनकी परीक्षा ली और 78वें मिनट में बॉक्स के सामने से दिल्ली के दो डिफेंडरों को छकाते हुए गोलपोस्ट के कोने में निशाना दागा लेकिन इस बार भी फ्रांसिस्को चेन्नइयन की राह में रोड़ा बन गए।
चेन्नइयन जीत को बेसब्र हो रही थी और उसने गोल की ख्वाहिश में 88वें मिनट में सालोम के स्थान पर पिछले सीजन के स्टार रहे जेजे लालपेखुलुआ को उतारा। चेन्नइयन का हर दांव दिल्ली के गोलकीपर के सामने आकर रुक गया और उसे ड्रॉ से ही संतोष करना पड़ा।