कोच्चि। आंद्रेजा कालूजेरोविक द्वारा 84वें मिनट में किए गए गोल के दम पर दिल्ली डायनामोज ने शनिवार को हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन के अपने तीसरे मुकाबले में मेजबान केरला ब्लास्टर्स को 1-1 की बराबरी पर रोक दिया। इस तरह दिल्ली ने ब्लास्टर्स को अपने घर में इस सीजन की पहली जीत दर्ज करने से रोक दिया। सीके वीनीथ ने 48वें मिनट में गोल करते हुए ब्लास्टर्स को 1-0 से आगे कर दिया था और 30 हजार प्रशंसकों की मौजूदगी में खेल रही मेजबान टीम ने 84वें मिनट तक उसे बरकरार भी रखा लेकिन इसी बीच आंद्रेजा ने कप्तान प्रीतम कोटाल की मदद से ऐन वक्त पर गोल करके मेजबान टीम को अंक बांटने पर मजबूर कर दिया।
इस मैच के बाद केरला के तीन मैचों में एक जीत और दो ड्रॉ के साथ पांच अंक हो गए हैं और वह 10 टीमों की तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। दिल्ली का तीन मैचों से यह दूसरा ड्रॉ है। वह हालांकि आठवें स्थान पर ही बनी हुई है।
पहले हाफ में दिल्ली ने आक्रामक खेल दिखाया लेकिन दूसरे हाफ में गोल खाने के बाद वह बिखर सी गई। लग रहा था कि उसके हिस्से सीजन की दूसरी हार आएगी लेकिन आंद्रेजा ने अहम मुकाम पर महत्वपूर्ण गोल करते हुए इस अनहोनी को टाल दिया और अब दिल्ली की टीम एक अंक लेकर खुश होगी।
बहरहाल, मेजबान अपने घर में पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरे। उन्होने इसका परिचय मैच के दूसरे मिनट में ही दे दिया था। साहल अब्दुल समद ने दाहिने छोर से क्रॉस खेला जो दुर्भाग्यवश दिल्ली के गोलकीपर के पास चला गया। इस बीच दिल्ली ने भी लय हासिल कर ली थी। मार्टी क्रेस्पी ने आठवें और 10वें मिनट में दो मौके बनाने की कोशिश की जो बीच में ही असफल हो गए। यह हालांकि संकेत थे कि दिल्ली पीछे नहीं खेलेगी।
उसने मेजबानों पर दबाव बना लिया था और लगातार घेरे में जा रही थी। 14वें मिनट में रेने मेहेलिक ने बॉक्स में क्रॉस दिया लेकिन उनके शॉट को लेने के लिए दिल्ली का कोई खिलाड़ी मौजूद नहीं था।
मेजबान टीम ने आखिरकार 18वें मिनट में इस मैच का अपना पहला सबसे करीबी मौका बनाया लेकिन उसे सफलात नहीं मिली। 28वें मिनट में दिल्ली ने भी लगभग गोल कर ही दिया था। नारायण दास की कॉर्नर किक पर नवीन कुमार चूक गए और गेंद आंद्रेजा के पास पहुंची जिनका शॉट गोलपोस्ट में नहीं जा सका।
35वें मिनट में केरला ने इस हाफ का सबसे अच्छा मौका भी गंवा दिया। दिल्ली के डिफेंडरों की गलती से गेंद सीके वीनीथ के पास आई जो गेंद को सही तर से कनेक्ट नहीं कर सके। किसी तरह गेंद स्टाजानोविक के पास पहुंची जो गेंद को साइड में खेल गए और मेजबान टीम के पास मैच का पहला गोल करने का मौका चला गया।
41वें मिनट में दिल्ली के गियानी जुइवेलोन ने भी अपनी टीम के लिए इस हाफ का सर्वश्रेष्ठ मौका गंवा दिया था। वह गेंद को काफी दूर खेल बैठे। काफी मौके बनाने के बाद भी दोनों टीमें पहले हाफ में गोल नहीं कर पाईं।
दूसरे हाफ में हालांकि मेजबान टीम ने गोल के सूखे को खत्म किया। उसके लिए यह गोल सी.के. वीनीथ ने किया। इसमें गलती हालांकि दिल्ली के कमजोर डिफेंस की थी। हड़बड़ी में गेंद पर दिल्ली के खिलाड़ियों का कब्जा नहीं रहा और मौका पाते ही वीनीथ ने गेंद को नेट में डाल केरला को 1-0 से आगे कर दिया।
52वें मिनट में केरला के पास अपनी बढ़त को दोगुना करने का मौका था, लेकिन फ्रास्सिको ने अब्दुल के प्रयास को नकार दिया। 59वें मिनट में अब्दुल ने एक और कोशिश की लेकिन इस बार भी उन्हें निराशा हाथ लगी। इसी तरह 64वें मिनट में वीनीथ और मातेज पोपलाटनिक की जुगलबंदी मेजबान टीम के लिए दूसरा गोल करने का आसान मौका गंवा बैठी।
दिल्ली की मेहनत मैच के अंतिम पलों में रंग लाई। कप्तान प्रीतम के पास गेंद आई, जिसे उन्होंने करार प्रहार करते हुए गोलपोस्ट के सामने भेजा जिस पर निकोला क्रेमारेविक ने हेडर लेना चाहा जो असफल रहे। गेंद उनको पीछे छोड़ती हुई आंद्रेजा के पास आई और इस खिलाड़ी ने बिना गलती किए दिल्ली के लिए लाच बचाने वाला गोल कर दिया।