पेरिस। विश्व रैंकंग में दूसरे स्थान पर काबिज डेनिल मेदवेदेव ने सीधे सेटों में मिली जीत से फ्रेंच ओपन टेनिस ग्रैंडस्लैम के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया जबकि स्विस स्टार रोजर फेडरर ने चौथे दौर से पहले हटने का फैसला किया। रूस के मेदवेदेव ने क्रिस्टियन गारिन को 6-2, 6-1, 7-5 से शिकस्त दी और उनका सामना स्टेफानोस सिटसिपास से होगा। पांचवें नंबर के खिलाड़ी सिटसिपास ने पाब्लो कारेनो बुस्टा को 6-3, 6-2, 7-5 से पराजित कर क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी।
महिलाओं के वर्ग में रूस की अनास्तासिया पावलियूचेंकोवा, स्लोवेनिया की तमारा जिदानसेक और पाउला बाडोसा भी अपने मुकाबले जीतकर क्वार्टरफाइनल में पहुंच गयीं। फेडरर ने तीसरे दौर में लगभग साढ़े तीन घंटे में मिली मुश्किल जीत के बाद खुद को उबरने का मौका देने के लिये इस ग्रैंडस्लैम से हटने का फैसला किया।
फ्रेच टेनिस महासंघ द्वारा जारी बयान में 20 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन ने कहा, ‘‘घुटने की दो सर्जरी और एक साल से ज्यादा के रिहैबिलिटेशन के बाद यह महत्वपूर्ण है कि मैं अपने शरीर की जरूरतों को देखूं और सुनिश्चित करूं कि मैं उबरने की प्रक्रिया के दौरान खुद को ज्यादा तेजी से आगे नहीं बढ़ाऊं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि मैंने तीन मैच खेल लिये। कोर्ट पर वापसी करने से बेहतर अहसास कुछ नहीं है।’’
फेडरर आठ अगस्त को 40 वर्ष के हो जायेंगे और वह 2020 ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बाद अपना पहला मेजर खेल रहे थे। उस टूर्नामेंट के तुरंत बाद उन्हें अपने दायें घुटने की दो सर्जरी करानी पड़ी। वर्ष 2009 में फ्रेंच ओपन में खिताब जीतने वाले फेडरर ने क्ले कोर्ट स्लैम के लिये पेरिस पहुंचने से पहले इस सत्र में केवल तीन मैच खेले थे। फेडरर ने पिछले महीने स्पष्ट किया था कि वह इस बार खुद को फ्रेंच ओपन खिताब की दावेदारी के लिये तैयार नहीं देख रहे है, बल्कि उनकी निगाहें ग्रास कोर्ट मेजर विम्बलडन पर लगी हैं जिसमें वह रिकार्ड आठ बार खिताब जीत चुके हैं जो ऑल इंग्लैंड क्लब में 28 जून से शुरू होगा। फेडरर ने 59वीं रैंकिंग पर काबिज डॉमिनिक कोफर को तीसरे दौर में 7-6 (5), 6-7 (3), 7-6 (4), 7-5 से हराया था।
यह मैच शनिवार की रात शुरू होकर रविवार को एक बजे तक चला था। आठवीं वरीयता प्राप्त फेडरर को सोमवार को चौथे दौर के मैच में नौंवे वरीय माटियो बेरेटिनी से भिड़ना था जिसके विजेता का सामना नंबर एक नोवाक जोकोविच और गैर वरीय लोरेंजो मुसेटी के बीच क्वार्टरफाइनल के विजेता से होगा।
टूर्नामेंट के निदेशक गॉय फोरगेट ने बयान में कहा, ‘‘रोलां गैरां टूर्नामेंट रोजर फेडरर के हटने से निराश है जिन्होंने बीती रात मुकाबले में कड़ा जज्बा दिखाया। हम सभी रोजर को पेरिस में खेलते हुए देखकर खुश थे। हम उन्हें बचे हुए सत्र के लिये शुभकामनायें देते हैं।’’
अनास्तासिया ने 2013 में सेमीफाइनल में पहुंचने वाली विक्टोरिया अजारेंका को 5-7, 6-3, 6-2 से हराकर 10 साल में पहली बार फ्रेंच ओपन के क्वार्टरफाइनल में जगह बनायी। इस 31वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को 2011 में अपने एकमात्र क्वार्टरफाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था। अनास्तासिया आस्ट्रेलियाई ओपन और विम्बलडन के क्वार्टरफाइनल में पहुंच चुकी हैं लेकिन किसी मेजर के सेमीफाइनल में जगह नहीं बना सकीं। इस 29 साल की खिलाड़ी को ऐसा करने के लिये 23 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स को पराजित करना पड़ सकता है।
सातवीं वरीयता प्राप्त सेरेना चौथे दौर में एलिना रिबाकिना से भिड़ेंगी और इस मैच की विजेता का मुकाबला अनास्तासिया से होगा। स्लोवेनिया की जिदानसेक प्री-क्वार्टर फाइनल में जीत दर्ज कर किसी ग्रैंड स्लैम के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली अपने देश की पहली महिला खिलाड़ी बन गयी है। गैर वरियता प्राप्त दो खिलाड़ियों के मुकाबले में जिदानसेक ने रोमानिया की सोराना सिर्स्टी को 7-6, 6-1 से शिकस्त दी।
पहले दौरे में छठी वरीयता प्राप्त बियांका आंद्रेस्क्यू (डब्ल्यूटीए रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज) को हराने वाली 23 साल की इस खिलाड़ी ने इस टूर्नामेंट से पहले किसी भी शीर्ष 10 रैंकिंग वाली खिलाड़ी को नहीं हराया था। इससे पहले जिदानसेक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ऑस्ट्रेलियाई ओपन और विम्बलडन के दूसरे दौर में पहुंचना था। रोला गैरां पर वह दो बार पहले दौर में ही हारकर बाहर हो गयी थी।
ग्रैंडस्लैम में इससे पहले कैटरीना स्रेबोत्निक स्लोवेनिया की सबसे सफल महिला एकल की खिलाड़ी थी। वह फ्रेंच ओपन और यूएस ओपन के चौथे दौर (अंतिम 16) तक पहुंची थी। विश्व रैंकिग में 33वें स्थान पर काबिज पाउला बाडोसा भी पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के क्वार्टर फाइनल में पहुंची। स्पेन की 33वीं रैंकिंग के खिलाडी ने रैंकिंग में 20वें स्थान पर काबिज मार्केटा वोनड्रोयूसोवा को 6-4, 3-6, 6-2 से हराया।