भारतीय स्टार वेटलिफ्टर संजीता चानू के लिए लगातार बुरी खबर आ रही हैं। पहले वो डोप टेस्ट में फेल हुईं और अब खबरें हैं कि उनके कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मेडल को छीना जा सकता है। कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में संजाती ने 53 किग्रा वेट कैटेगिरी में गोल्ड जीता था। लेकिन इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेटरेशन ने इस बात की जानकारी दी है कि संजीता का डोप टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद फेडरेशन ने संजीता को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। माना ये भी जा रही है कि संजीता का गोल्ड मेडल भी छिन सकता है।
आईडब्ल्यूएफ ने कहा कि उसने भारत की संजीता चानू खुमुकचाम के नमूने में प्रतिबंधित टेस्टोस्टेरोन पाया है जो डोपिंग रोधी नियम का संभावित उल्लंघन है और इसके कारण यह खिलाड़ी अस्थायी रूप से निलंबित रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर ये साबित होता है कि खिलाड़ी ने डोपिंग रोधी नियम का उल्लंघन नहीं किया है तो प्रासंगिक फैसले को भी प्रकाशित किया जाएगा।’’ आईडब्ल्यूएफ ने डोप परीक्षण नमूना लेने की तारीख जैसे अन्य विवरण नहीं दिए और कहा, ‘‘आईडब्ल्यूएफ इस मामले के समाप्त होने तक और कोई टिप्पणी नहीं करेगा।’’
संजीता ने पिछले साल नवंबर में अनाहेम (अमेरिका) में विश्व चैम्पियनशिप में 53 किग्रा वर्ग में हिस्सा लिया था और कुल 177 किलोग्राम भार वर्ग उठा कर 13 वें स्थान पर रही थी। उन्होंने गोल्ड कोस्ट में 53 किग्रा भार वर्ग में कुल 192 किग्रा भार उठाकर स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने ग्लासगो में 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में 48 किलोग्राम भार वर्ग में भी स्वर्ण पदक जीता था।