21वें राष्टमंडल खेलों में आखिरकार भारत का गोल्ड मेडल का इंतजार खत्म हो गया और वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने भारत को पहला गोल्ड दिलाया। गुरुवार को मीराबाई ने 48 कि.ग्रा कैटेगिरी में कुल 196 कि.ग्रा (स्नैच में 86 और क्लीन एंड जर्क में 110 कि.ग्रा) वजन उठाया। इसके साथ ही मीराबाई 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को पहला गोल्ड दिलाने वाली खिलाड़ी बन गईं। खास बात ये है कि मीराबाई ने स्नैच में दो बार अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा। इसके अलावा मीराबाई को हाल ही में मद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था। मीराबाई ने पहली कोशिश में 80 कि.ग्रा वजन उठाकर अगस्तानिया के रिकॉर्ड को तोड़ डाला और इसके बाद दूसरी कोशिश में 84 किग्रा वजन उठाकर नया इतिहास रच दिया।
आपको बता दें कि इससे पहले ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में मीराबाई 48 कि.ग्रा कैटेगिरी में सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं और साल 2017 में कैलिफोर्निया के अनाहाइन में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप के 48 कि.ग्रा कैटेगिरी में वो गोल्ड जीत चुकी हैं। राष्ट्रमंडल खेलों के दूसरे दिन भारत को पहला गोल्ड मिल सका है। हालांकि इससे पहले गुरुराजा ने भारत को 21वें राष्ट्रमंडल खेलों का पहला पदक दिलाया। उन्होंने भारोत्तोलन में 56 किलोग्राम भारवर्ग में गुरुवार को रजत पदक पर कब्जा जमाया। गुरुराजा ने स्नैच में 111 का स्कोर किया तो वहीं क्लीन एंड जर्क में 138 का स्कोर किया। उन्होंने कुल 249 का स्कोर करते हुए पदक अपने नाम किया।
इस स्पर्धा का स्वर्ण मलेशिया के मुहामेद इजहार अहमद हाजालवा के नाम रहा। उन्होंने कुल 261 का स्कोर किया। उन्होंने स्नैच में 117 का स्कोर किया जो एक नया गेम रिकार्ड है। इस मामले में उन्होंने नई दिल्ली में 2010 में खेले गए राष्ट्रमंडल खेलों में अपने हमवतन इब्राहिम द्वारा स्थापित किए रिकार्ड को ध्वस्त किया।
क्लीन एंड जर्क में मलेशियाई खिलाड़ी ने 144 का स्कोर किया। स्पर्धा में कांसा श्रीलंका के चाटुरंगा लकमल के नाम रहा। उन्होंने स्नैच में 110 और क्लीन एंड जर्क में 134 का स्कोर किया।