लंदन। पुर्तगाल के स्टार स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप में सर्वाधिक पांच गोल करके ‘गोल्डन बूट’ का पुरस्कार हासिल किया। चेक गणराज्य के फारवर्ड पैट्रिक सीक ने भी रोनाल्डो के बराबर पांच गोल किये थे लेकिन पुर्तगाल के दिग्गज खिलाड़ी ने एक गोल करने में मदद भी की थी जिसके कारण उन्हें यह पुरस्कार मिला। पुर्तगाल टूर्नामेंट के अंतिम 16 में बेल्जियम से 0-1 से हारकर बाहर हो गया था।
इटली की फुटबॉल में सुखद वापसी हो गयी लेकिन इंग्लैंड का किसी बड़े खिताब का पिछले पांच दशकों से भी अधिक समय से चला आ रहा पीड़ादायक इंतजार बदस्तूर जारी रहा। और यह केवल एक पेनल्टी शूटआउट के कारण हुआ। इटली ने रविवार की रात को खेले गये फाइनल में इंग्लैंड को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप – यूरो 2020 का खिताब जीता।
दोनों टीमें नियमित और अतिरिक्त समय तक 1-1 से बराबरी पर थी। यह दूसरा अवसर है जबकि इटली यूरो चैंपियन बना। जियानलुगी डोनारुम्मा ने अपनी बायीं तरफ डाइव लगाकर बुकायो साका का शॉट रोका और इस तरह से इंग्लैंड को अपने पसंदीदा वेम्बले स्टेडियम में लगातार तीसरी बार पेनल्टी शूटआउट में नाकामी हाथ लगी। अभी चार साल पहले ही इटली की फुटबॉल की स्थिति अच्छी नहीं थी।
वह छह दशक में पहली बार विश्व कप में जगह बनाने में असफल रहा था। अब वह यूरोप की सर्वश्रेष्ठ टीम है और कोच राबर्टों मनीची के रहते हुए सर्वाधिक मैचों में अजेय रहने के राष्ट्रीय रिकार्ड की राह पर है। इंग्लैंड पिछले 55 वर्षों में पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट का फाइनल खेल रहा था। उसने 1966 में विश्व कप में जीत के बाद कोई बड़ा खिताब नहीं जीता है।
इससे पहले उसने 1990, 1996, 1998, 2004, 2006 और 2012 में बड़े टूर्नामेंटों में पेनल्टी शूटआउट में मैच गंवाये थे।