नई दिल्ली | कोविड-19 महामारी के बाद हैदराबाद ओपन के साथ ही बैडमिंटन की कोर्ट पर वापसी होगी। विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की। कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया में सभी तरह की बैडमिंटन गतिविधियां मार्च से ही स्थगित हैं।
कोरोनावायरस महामारी के कारण मार्च से लेकर अब तक 10 से अधिक बैडमिंटन टूर्नामेंट रद्द हो चुके हैं। इनमें ऑरलियन्स मास्टर्स 2020 (24-29 मार्च ), सिंगापुर ओपन (7-12 अप्रैल), बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप 2020 (21-26 अप्रैल), पैन एम चैंपियनशिप 2020 (23-26 अप्रैल), यूएस ओपन 2020 (23-28 जून), कनाडा ओपन 2020 (30 जून से पांच जुलाई तक), रूसी ओपन (7-12 जुलाई), अकिता मास्टर्स 2020 (18-23 अगस्त), वियतनाम ओपन 2020 (25-30 अगस्त) और इंडोनेशिया मास्टर्स 2020 ( 29 सितंबर से चार अक्टूबर तक) शामिल हैं।
वहीं, रद्द किए गए चार टूर्नामेंटों को फिर से अंतिम रूप दिया जा रहा है। इनमें जर्मन ओपन (3-8 मार्च), स्विस ओपन (17-22 मार्च), यूरोपीय चैंपियनशिप (21-26 अप्रैल) और ऑस्ट्रेलियन ओपन 2020 (2-7 जून) शामिल हैं।
बीडब्ल्यूएफ के नए कार्यक्रम के अनुसार, हैदराबाद ओपन का आयोजन 11 से 16 अगस्त तक किया जाएगा। इसके अलावा ओलिम्पक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट इंडिया ओपन को आठ से 13 दिसंबर के बीच कराने का फैसला लिया है।
यह टूर्नामेंट इसी साल नई दिल्ली में खेला जाएगा। यह टूर्नामेंट पहले 24 से 29 मार्च के बीच खेला जाना था लेकिन भारतीय बैडमिंडन संघ (बीएआई) ने कोरोनावायरस के कारण इसे 13 मार्च को स्थगित करने का फैसला लिया था। वहीं, सैयद मोदी इंटरनेशनल टूर्नामेंट 17 से 22 नवंबर के बीच लखनऊ में खेला जाएगा।
लेकिन, बीडब्ल्यूएफ ने कहा है कि पल-पल बदल रहे इस कोरोना के समय में किसी भी तिथि को अंतिम नहीं मानना चाहिए। संस्था के महासचिव थॉमस लैंड ने कहा, " इस समय, यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि अंतर्राष्ट्रीय आवगमन और प्रवेश पर लगा प्रतिबंध अलग-अलग देशों और क्षेत्रों द्वारा कब हटाए जाएंगे। लेकिन हम तब तक प्रतियोगिता फिर से शुरू नहीं करेंगे, जब तक कि यह बिल्कुल स्पष्ट न हो कि ऐसा करना सुरक्षित हो।"
उन्होंने कहा, " खिलाड़ियों का स्वास्थ, सुरक्षा, उनके साथ दौरा करने वाले लोग, अधिकारियों और बैडमिंटन समुदाय की सुरक्षा हमारी नंबर-1 प्राथमिकता है।"