ढाका: हॉकी एशिया कप-2017 टूर्नामेंट की चुनौतियों के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम पूरी तरह से तैयार है। 11 अक्टूबर से ढाका के मौलाना भसानी नेशनल स्टेडियम में शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम का पहला मुकाबला बुधवार को जापान से होगा। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम का लक्ष्य खिताबी जीत हासिल कर एक बार फिर एशिया रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करना होगा। हालांकि, भारत के लिए यह आसान नहीं होगा, क्योंकि इस टूर्नामेंट में चीन, कोरिया, जापान, पाकिस्तान, ओमान, मलेशिया और मेजबान टीम बांग्लादेश भी इसी मकसद के साथ मैदान पर उतरेंगी। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट को जीतने वाली टीम एशिया रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करेगी और इस कारण भारतीय टीम अपना हर भरसक प्रयास करेगी।
चीन, कोरिया, जापान, ओमान और बांग्लादेश की टीमों का प्रयास इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर भुवनेश्वर में आयोजित होने वाले ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप-2018 में स्थान हासिल करना होगा। मेजबान देश होने के नाते भारत ने विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया है। इसके अलावा, इस साल लंदन में आयोजित हुए हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल्स में मलेशिया ने पांचवां और पाकिस्तान ने सातवां स्थान हासिल करने के साथ ही विश्व कप टूर्नामेंट में प्रवेश कर लिया था।
एशियाई हॉकी संघ के मुख्य कार्यकारी और आईओसी आयोग के सदस्य दातो तैयब इकराम ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम काफी समय से इंतजार कर रहे थे कि ढाका आधुनिक हॉकी एरीना में कदम रखेगा। हीरो एशिया कप-2017 बेहद ही खास है, क्योंकि इसे एशियाई हॉकी संघ का समर्थन प्राप्त है। मैं इस टूर्नामेंट के लिए सभी हितधारकों और बांग्लादेश सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं। आशा है कि इस टूर्नामेंट के आयोजन से देश में हॉकी का स्तर और भी बढ़ेगा।"
बांग्लादेश हॉकी संघ के महासचिव अब्दुल सद्दीकी ने कहा, "हमारे लिए यह पल काफी खास है, क्योंकि हमारे देश में करीब 32 साल बाद हीरो एशिया हॉकी कप टूर्नामेंट का आगाज हो रहा है। इस टूर्नामेंट के तहत बांग्लादेश में हॉकी के प्रशंसक न केवल एक साथ आकर बेहतरीन टीमों को प्रतिद्वंदिता करते देखेंगे, बल्कि ढाका में प्रतिस्पर्धी टीमें अपने स्वागत के लिए की गई बेहतरीन तैयारियों को देखेंगी। भारतीय टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा, "चार बार एशिया कप जीतने वाली और मौजूदा विजेता कोरिया हमारे लिए कड़ी प्रतिद्वंद्वी टीम साबित होगी। यह टीम ढाका में विश्व कप टूर्नामेंट में क्वालीफाई करने की मकसद से आएगी। इसके अलावा, हम बांग्लादेश, मलेशिया और पाकिस्तान जैसी टीमों का खेल भी देखेंगे।"
मनप्रीत ने कहा, "हम इस बात से परिचित हैं कि हम इस टूर्नामेंट में प्रबल दावेदार के रूप में प्रवेश करेंगे, लेकिन हम किसी भी टीम कमतर नहीं आंक सकते। यहां आने वाली हर टीम हमारे लिए मजबूत प्रतिद्वंदी होगी। खिताबी जीत हासिल करना हमारे लिए प्राथमिकता है, लेकिन इसके लिए हमें हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।" भारत ने इस टूर्नामेंट में दो बार 2003 और 2007 में खिताबी जीत हासिल की है।