नई दिल्ली। कोचिंग स्टाफ ने पिछले पांच महीनों से खिलाड़ियों की फिटनेस और डाइट पर करीबी से नजर बनाए रखी थी, जिससे भारतीय पुरुष हॉकी टीम को लॉकडाउन के तनाव से बाहर निकलने में मदद मिली है। यह कहना है अनुभवी भारतीय ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह का। भारतीय पुरुष हॉकी टीम 21 और 22 फरवरी को आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए एफआईएच प्रो लीग मुकाबले के बाद से ही एक मैच भी मैच नहीं खेली है। अगले साल अप्रैल से पहले एक भी मैच खेलने का टीम का कार्यक्रम नहीं है।
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हरमनप्रीत ने कहा, "पिछले पांच महीनों के दौरान जो अच्छी बात हुई वह थी कोचिंग स्टाफ। हमारे वैज्ञानिक सलाहकार रॉबिन अर्केल ने हमारी फिटनेस और आहार पर कड़ी नजर रखी। यहां तक कि जब हम एक ब्रेक पर थे, तब भी हमारा कार्यक्रम था। मुझे लगता है कि इन कारकों से हमें वापसी करने में मदद मिलेगी।"
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हरमनप्रीत ने साथ ही कहा कि वह जर्मनी और बेल्जियम के बीच होने वाले आगामी प्रो लीग मुकाबले को लेकर उत्सुक हैं। ये मैच 22 और 23 सितंबर को होने वाले हैं।
उन्होंने कहा, "दोनों ही टीमें बहुत अच्छी है। निश्चित रूप से हम उन्हें खेलते हुए देखने के लिए उत्सुक हैं। हम इन मैचों पर करीबी से नजर रखेंगे, क्योंकि इससे हमें उनके खेलने और उनकी टीम संयोजन का अंदाजा हो जाएगा।"