कोलकाता। भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान चुन्नी गोस्वामी का गुरुवार को यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे। उनके बेटे ने कहा कि उन्हें गुरुवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया और शाम को 14 मिनट के अंदर ही उन्हें तीन बार दिल का दौरा पड़ा और फिर इसके बाद उनका निधन हो गया।
गोस्वामी के बेटे सुदीप्तो ने कहा, " उन्होंने सुबह नाश्ता किया। इसके बाद सामान्य जांच के लिए हम उन्हें अस्पताल ले गए। उन्होंने दोपहर का भोजन किया और दोपहर की झपकी भी ली। लेकिन शाम पांच बजे के आसपास 14 मिनट के अंदर ही उन्हें तीन बार दिल का दौरा पड़ा।"
उन्होंने कहा, " मैं इस समय निशब्द हूं। मैं अकेला हूं।" वह पिछले कुछ समय से मधुमेह, प्रोस्ट्रेट और नर्वस सिस्टम संबंधित बीमारियों से जूझ रहे थे। वह आई लीग क्लब मोहन बागान क्लब के लिए भी खेल चुके थे।
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उनकी कप्तानी में भारत ने 1962 एशियाई खेल में स्वर्ण पदक जीता था और 1964 में एशियन कप में उपविजेता भी रहा था। उन्होंने मोहन बागान के लिए 1956 से 1964 तक 50 मैच खेले थे। एक क्रिकेटर के तौर पर उन्होंने 1962 से 1973 तक अपने राज्य के लिए 46 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेले थे।
गोस्वामी को 1963 मे अर्जुन अवार्ड से और 1983 में पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया था। उन्होंने 1968-69 सीजन में रणजी ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया था। इसके अलावा वह दलीप ट्रॉफी में ईस्ट जोन के लिए भी खेले थे। उन्होंने 46 प्रथम श्रेणी मैचों में 1592 रन बनाए थे।
गोस्वामी ने टाटा फुटबाल अकादमी में बतौर निदेशक अपनी सेवाएं भी दी थी।