भारतीय जूनियर हॉकी टीम के खिलाड़ी रविचंद्र सिंह मोइरांगथेम और दीनाचंद्र सिंह मोइरांगथेम का मानना है कि सीनियर टीम के खिलाड़ी चिंगलेनसाना सिंह कांगुजम और हरमनप्रीत सिंह उनके लिए रोल मॉडल हैं। साल 2017 में जूनियर टीम में पदार्पण करने के बाद रविचंद्र ने भारत के लिए अब तक 31 मैच खेले हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर के उदीयमान हॉकी खिलाड़ियों के लिए चिंगलेनसाना प्रेरणास्रोत हैं।
रविचंद्र ने कहा, "यह देखकर अच्छा लग रहा है कि चिंगलेनसाना के रास्ता दिखाने के बाद मणिपुर में हॉकी काफी लोकप्रिय हुई है। उन्होंने भारत के लिए 200 से ज्यादा मैच खेले हैं और राज्य में युवा उन्हें देखकर हॉकी के प्रति आकर्षित हो रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "मैं उनके खेल को करीबी से देखता हूं और उम्मीद है कि एक दिन मैं भी उनकी तरह ही बनूंगा। कोथाजीत सिंह भी काफी अनुभवी हैं। हमें ऐसे रोल मॉडल मिलने की खुशी है।"
रविचंद्र ने कहा कि भविष्य में भारतीय सीनियर टीम में जगह बनाना उनका मुख्य लक्ष्य है।
भारतीय जूनियर टीम के डिफेंडर दीनाचंद्र ने कहा कि हरमनप्रीत देश के युवा डिफेंडरों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
उन्होंने कहा, " उनका खेल लाजवाब है। उन्होंने कई मैचों में भारत को जीत दिलाई है और देश के डिफेंडर के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। दबाव जैसी परिस्थितियों में वह शांत रहते हैं। हम खुशकिस्मत हैं कि सीनियर टीम में उनके जैसा खिलाड़ी है।"
डिफेंडर ने कहा कि वह अभी भी जूनियर स्तर में अपने पैर जमा रहे हैं और वह भविष्य में अधिक से अधिक जूनियर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खेलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, "मैंने अब तक अपने अंतर्राष्ट्रीय जूनियर करियर में केवल सुल्तानजोहोर कप 2019 में खेला है। मैं निश्चित रूप से निकट भविष्य में जूनियर स्तर पर अधिक मैच खेलने का इच्छुक हूं।"