नई दिल्ली| जर्मनी की फुटबॉल लीग बुंदेसलीगा की शुरुआत बिना दर्शकों के खाली स्टेडियमों में से हो चुकी है। इसी तरह इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) और स्पेनिश लीग भी वापसी पर काम कर रही हैं। यह दोनों लीग भी बिना दर्शकों के खाली स्टेडियमों में खेली जाएंगी जो निकट भविष्य में खेलों के लिए एक चलन बन सकता है। यह हाल भारतीय फुटबॉल सीजन के साथ भी हो सकता है। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने हालांकि कहा है कि शुरुआत करने के लिए पहले जरूरी है कि पूरी तरह से ट्रेनिंग शुरू की जाए।
छेत्री ने गैरलाभकारी संगठन युवा के साथ वेबीनार में बात करते हुए कहा, "कोरियन लीग और बुंदेसलीगा हर दिन ट्रेनिंग करने से पहले हर खिलाड़ी का टेस्ट ले रही हैं। जब वो लोग मैच में जाते हैं उससे पहले ही उनका टेस्ट हो चुका होता है और पता चल चुका होता है कि उनके अंदर वायरस नहीं है। लेकिन आप नहीं जानते, क्योंकि इस वायरस से संक्रमित कई लोगों में इसके लक्षण नहीं होते। इसलिए ही, सुरक्षा की दूसरी परत की जरूरत है और इसलिए ही वह लोग कह रहे हैं कि एक दूसरे के गले नहीं मिलो, थूको मत।"
बेंगलुरू एफसी के कप्तान ने कहा, "लेकिन, मुझे लगता है कि पहला चरण ट्रेनिंग है। मैच सप्ताह में एक बार होंगे, लेकिन आप ट्रेनिंग हर दिन कर सकते हो। 30 खिलाड़ी कम से कम होंगे, 12 कोच होंगे और एक बॉल ब्वॉय और किट मैन। हर कोई घर वापस जाएगा तो आप नहीं जानते कि कौन किससे मिल रहा है, लेकिन फिर भी आपको शुरू तो करना है।" इस वेबीनार में क्रिकेटर राहुल द्रविड़, जहीर खान, बैड