नयी दिल्ली: गामा पहलवान का नाम लोक-कथा की तरह देश के कोने कोने में प्रसिद्ध है। ब्रूस ली भी एक ऐसा नाम है जिसने पहलवानी में एक नया कल्ट पैदा कर दिया जिसे मार्शल आर्ट के नाम से जाना है। लेकिन आपको शायद ये जानकर हैरानी होगी कि ब्रूस ली खुद गामा पहलवान से बेहद प्रभावित थे और उनसे ही उन्होंने बॉडी बनाना सीखी थी।
ब्रूस ली लेखों के ज़रिये गामा पहलवान की कसरत पर नज़र रखते थे औऱ फिर खुद भी उसका अभ्यास करते थे। ब्रूस ली ने दंड-बैठक लगाना भी गामा को देखकर सीखा था।
हम यहां आपको बता रहे हैं गामा पहलवान के बारे में कुछ रोचक बातें।
दरअसल गामा का असली नाम था ग़ुलाम मोहम्मद। गामा उनका स्टेज का नाम था। गामा का जन्म 22 मई 1878 को अमृतसर में हुआ था। उन्होंने 50 साल तक पहलवानी की लेकिन एक भी कुश्ती नहीं हारे और तभी उन्हें विश्व के महानतम पहलवानों में गिना जाता है।
1910 तक उन्होंने सभी धाकड़ भारतीय पहलवानों को धूल चटा दी थी। भारत में सबको हराने के बाद गामा ने पश्चिमी देशों के पहलवानों से दो-दो हाथ करने के लिए इंग्लैंड का रुख़ किया लेकिन कम वज़न होने के कारण उन्हें फ़ौरन एंट्री नहीं मिली। इससे नाराज़ होकर गामा ने घोषणा कर डाली कि वह किसी भी तीन पहलवानों को तीस मिनट में पटख़नी दे सकते हैं। काफी लंबे समय तक किसी ने इस चुनौती को स्वीकार नहीं किया।