नई दिल्ली। अमित पंघल ने कहा है कि उन्हें भारतीय मुक्केबाजी फेडरेशन (बीएफआई) द्वारा लगाए जाने वाले राष्ट्रीय कैम्प में जाने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन पंघल ने कहा है कि इसे लेकर कोई तारीख तय नहीं है। बीएफआई जून में राष्ट्रीय खेल संस्था (एनआईएस) में कैम्प आयोजित करने की रणनीति बना रही है।
बीएफआई ने शनिवार को महासंघ के अधिकारियों, प्रशिक्षकों, मुक्केबाजों के साथ मिलकर की गई वीडियोकॉन्फ्रेंस में कैम्प को रोकने फैसला किया है।
पंघल ने रविवार को आईएएनएस से कहा, "कैम्प में हिस्सा लेना खिलाड़ियों के लिए अनिवार्य नहीं है क्योंकि जिस तरह से चीजें चल रही हैं उन्हें देखते हुए कई खिलाड़ियों का वहां पहुंचना मुमकिन नहीं होगा। इसलिए फैसला लिया गया है कि जब स्थिति बेहतर हो जाएगी तभी कैम्प लगाया जाए। यह कब होगा यह पक्का नहीं है।"
मैरी कॉम ने शनिवार को ही कहा था कि वह कोरोनावायरस के कारण मौजूदा स्थिति में ट्रेनिंग शुरू करने को लेकर विचार नहीं कर रही हैं। पंघल ने वहीं कहा है कि अगर जरूरी सुरक्षा इंतजामात अपनाए जाते हैं तो मैरी कैम्प में आने को तैयार हैं।
पंघल ने कहा, "अगर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता है और किसी के संपर्क में आए बिना ट्रेनिंग होती है, इन सभी बातों के साथ ट्रेनिंग शुरू करने की बात पर हर कोई राजी हो गया, मैरी कॉम भी।"
पंघल ने कहा, "देखिए, अब हमें लंबा समय हो गया है। हमें अपनी स्किल्स पर काम करना होगा। हम अभी यहां जो कर रहे हैं लगभग वही चीज वहां करेंगे लेकिन प्रशिक्षकों की मौजूदगी में, जो हमेशा से अच्छा रहता है।"
ये भी पढ़े : मोहन बागान के खिलाड़ियों ने अम्फान प्रभावितों के प्रति सहानुभूति व्यक्त
पंघल ने कहा कि अगर कैम्प होता है तो वह खुद जाएंगे। उन्होंने कहा, "अगर कैम्प होता है तो अभी कॉन्टेक्ट ट्रेनिंग (किसी के साथ अभ्यास करना) नहीं होगी। हर कमरे में एक इंसान रहेगा और वो किसी के संपर्क में नहीं आएगा। यह हमें काफी सफाई से कह दिया गया है।" उन्होंने कहा, "अगर कैम्प होता है तो मैं जाऊंगा। मुझे लगता है कि कैम्प में मैं अच्छे से ट्रेनिंग कर पाऊंगा।"