केन्या के मोंबासा में हिंसा और दंगे भड़कने के बाद एक फुटबॉल मैच को इसलिए रद्द करना पड़ा क्योंकि कुछ फैंस की नाराज़गी थी कि मैच का रिजल्ट फिक्स करने के लिए काले जादू 'जूजू' का इस्तेमाल किया गया।
अलास्कन एफसी ने मिशि मबोको फुटबॉल टूर्नामेंट के दौरान नैपली एफसी के खिलाफ मुकाबले में 1-0 की बढ़त बना ली थी। इसी दौरान अलास्कन एफसी के कुछ समर्थक मैदान में आए और एक नारियल तोड़ा। नैपली एफसी के समर्थकों का कहना था कि स्टेडियम में मौजूद अलास्कन एफसी समर्थकों ने अपनी टीम को जिताने के लिए काले जादू का इस्तेमाल किया। स्थानीय लोगों में मान्यता है कि यह काले जादू जूजू में किया जाने वाला तांत्रिक टोटका था, जिससे उनकी पसंदीदा टीम जीते।
मैच के संयोजक सईद राजाब ने बताया कि इस घटना के तुरंत बाद दोनों टीमों और उनके समर्थकों में लड़ाई शुरु हो गई। झगड़ा इतना बढ़ गया कि मैच को तय समय से आधा घंटा पहले ही रद्द करना पड़ा। अनुशासन समिति ने अलास्कन एफसी को आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में टूर्नामेंट से निष्कासित कर दिया। केन्या के घरेलू फुटबॉल में इस तरह का विवाद कोई नया नहीं है।
पिछले वर्ष अप्रैल में एक रेफरी ने केन्या फुटबॉल फेडरेशन को कानूनी नोटिस जारी किया था। रेफरी का आरोप था कि मैच के दौरान एक कोच पिच पर घुस आए और उनपर हमला किया। रेफरी का दावा है कि इस खतरनाक हमले में प्राइवेट पार्ट्स पर लगी चोट के कारण वह नपुसंक हो गए। यह घटना भी इसी शहर मोंबासा में हुई थी।