रोस्तोव ओन डॉन (रूस): फीफा वर्ल्ड कप 2018 में अपने तीनों ग्रुप मैचों में जीत हासिल करने वाली मजबूत बेल्जियम टीम के डिफेंस को तोड़ने और इतिहास रचने के लिए जापान की टीम प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में उतरेगी। बेल्जियम का लक्ष्य रोस्तोव एरीना में जीत के साथ तीसरी बार क्वार्टर फाइनल का सफर तय करना होगा।
अपने ग्रुप स्तर के मैचों में पनामा, ट्यूनीशिया और इंग्लैंड जैसी टीमों को हराने वाली बेल्जिय का डिफेंस शानदार है। उसने सिर्फ ट्यूनीशिया के खिलाफ खेले गए मैच में दो गोल खाए, लेकिन इस मैच में उसने पांच गोल दागे भी हैं।
हैरी केन की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम को भी बेल्जियम ने गोल नहीं दागने दिया और 1-0 से जीत हासिल की। ऐसे में तीसरे क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लक्ष्य से उतरने वाली इस टीम के खिलाफ जीतना जापान के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।
जापान के लिए इस मैच में सबसे बड़ा लक्ष्य होगा, बेल्जियम के डिफेंस को भेदकर उसके गोल पोस्ट तक का सफर तय करना। जापान ने अपने ग्रुप स्तर में कोलंबिया को हराया। सेनेगल को ड्रॉ पर रोका और पोलैंड से उसे 1-0 से हार मिली है। ऐसे में निश्चित तौर पर बेल्जियम के खिलाफ मैच के दौरान जापान दबाव महसूस करेगी। जापान अपने दम पर नहीं, बल्कि अपनी अच्छी किस्मत के बल पर अंतिम-16 दौर में पहुंची है।
जापान के ही ग्रुप में शामिल कोलंबिया और सेनेगल के बीच हुए मैच के परिणाम ने कोच अकीरा निशिनो की टीम को प्री-क्वार्टर फाइनल में स्थान दिलाया। विश्व कप से पहले ही बाहर हो चुकी कोलंबिया ने आखिरी ग्रुप मैच में सेनेगल को हराकर उसे भी बाहर कर दिया।
ऐसे में पोलैंड से अपना आखिरी ग्रुप मैच हार चुकी जापान अच्छी किस्मत के साथ प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है। ऐसे में इस अहम मैच में मिडफील्डर गेंकी हरागुची, शिंजी कगावा और ताकाशी इनुई को अधिक मेहनत कर बेल्जियम का डिफेंस भेदना होगा।
बेल्जियम भले ही प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में मजबूत टीम बनकर उतरे, लेकिन वह किसी भी तरह से अपने एशियाई प्रतिद्वंद्वी जापान को हल्के में नहीं लेगी। इस बार उसका लक्ष्य सेमीफाइनल तक पहुंचना है और ऐसे में वह पूरा जोर लगाकर जापान के डिफेंस को भेदेगी और उसके अटैक का जवाब देगी।