अमेरिका में जारी नस्लभेद के खिलाफ विरोध प्रर्दश अब धीरे-धीरे वैश्विक आकार लेने लगा है। हर तरफ के इसके खिलाफ आवाज उठ रही है। बीते दिनों अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी, जिसके बाद देश में हर जगह विरोध प्रदर्शन जारी है। ऐसे में खेल जगत के खिलाड़ी भी कभी टी-शर्ट पर फ्लॉयड का नाम लिखकर तो कभी बांह पर काली पट्टी लगाकर अपना विरोध जता रहे हैं।
ऐसा ही एक विरोध प्रदर्शन बुंदेशलिगा लीग के मैच के दौरान देखने को मिला। इस लीग में बायर्न म्युनिख के खिलाड़ियों ने बांह पर ‘ ब्लैक लाइव्स मैटर’ पट्टी पहनकर खेला। जोश से भरी बायर्न म्युनिख की टीम ने इस मुकाबले में बायेर लीवरकुसेर को 4-2 से हरा दिया और इसके साथ ही उसने लगातार आठवें खिताब की ओर कदम बढा दिये। राबर्ट लेवांडोवस्की ने बायर्न का चौथा और इस सत्र का अपना 30वां गोल किया।
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इस विरोध में सिर्फ बायर्न म्युनिख के खिलाड़ी ही शामिल नहीं हुए थे बल्कि दूसरी टीम लीवरकुसेन के खिलाड़ियों ने भी बांह पर पट्टी बांधकर खेला। ये लोग अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस अधिकारी द्वारा हत्या का विरोध कर रहे थे।
इससे पहले जर्मनी के बुंदेसलीगा के चार युवा फुटबॉलरों ने अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति फ्लॉयड की मौत और पुलिस के हाथों अन्य अश्वेत लोगों की हत्या के विरोध में बयान देते हुए इंसाफ की मांग की थी । इंग्लैंड के 20 वर्ष के विंगर जाडोन सांचो , मोरक्को के 21 साल के राइट बैक अशरफ हकीमी और 22 साल के मार्कस थुरम ने पिछले रविवार को मैदान पर बयान दिया था।
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वहीं शाल्के के अमेरिकी मिडफील्डर वेस्टन मैकेनी ने विरोध जताया था। बोरूसिया डार्टमंड के खिलाफ हैट्रिक लगाने वाले सांचो ने पहले गोल के बाद जर्सी उतारी तो उनके टीशर्ट पर हाथ से लिखा था ‘ जस्टिस फोर जॉर्ज फ्लॉयड ।’’ इसके लिये इनकी शिकायत दर्ज कराई गई है थी।
आपको बता दें कि अश्वेत व्यक्ति फ्लॉयड की मौत पिछले सप्ताह मिनीपोलिस में हो गई थी। एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने अपने घुटने से उनकी गर्दन को दबाए रखा था जिसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत हुई और उनकी मौत हो गई। फ्लॉयड की मौत के बाद पूरी दुनिया में विरोध प्रदर्शन जारी हैं।