नयी दिल्ली: गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में शानदार प्रदर्शन करके सुर्खियां बटोरेने वाली मनिका बत्रा को उम्मीद है कि उन्होंने देश में टेबल टेनिस क्रांति लाने के लिए पर्याप्त प्रदर्शन किया है जैसा कि साइना नेहवाल और पीवी सिंधू ने बैडमिंटन के लिए किया। बाइस साल की इस खिलाड़ी ने राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी सभी चार स्पर्धाओं में पदक जीते जिसमें महिला एकल और टीम चैंपियनशिप के ऐतिहासिक स्वर्ण पदक भी शामिल हैं।
दिल्ली हवाई अड्डे में गर्मजोशी से स्वागत के बाद मनिका ने पीटीआई से कहा, ‘‘धीरे धीरे यह भावना (चार पदक जीतना) मेरे जहन में उतर रही है। उम्मीद करती हूं कि हमारे खेल को बैडमिंटन की राह पर ले जाने के लिए यह पर्याप्त होगा। अगर यह भारत में टेबल टेनिस को उस राह पर ले जाती है तो यह उपलब्धि और अधिक महत्वपूर्ण होगी।’’
अपनी इस उपलब्धि के दौरान मनिका ने तीन बार की ओलंपिक पदक विजेता और दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी सिंगापुर की फेंग तियानवेई को दो बार हराया और उनके प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी।
मनिका ने कहा, ‘‘प्रतिक्रिया अविश्वसनीय थी। जब खेल गांव में साइना, सिंधू और सुशील कुमार ने मुझे बधाई दी तो मुझे काफी अच्छा लगा।’’ फेंग को दो बार हराने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘उसे दो बार हराना संतोषजनक रहा और ऐसा करने के लिए दोनों ही मैचों में मुझे अपना खेल बदलना पड़ा। इससे मेरे आत्मविश्वास में काफी इजाफा हुआ है।’’
मनिका ने खेल पर अधिक ध्यान देने के लिए दिल्ली के जीसस एंड मेरी कालेज में अपनी नियमित कक्षाएं छोड़ दी। कालेज छोड़ते समय मनिका के दिमाग में सिर्फ यही लक्ष्य था कि वह भरत के लिए पदक जीतना चाहती हैं और गोल्ड कोस्ट में सफलता के बाद यह लक्ष्य और बड़ा हुआ है।
मनिका की अगली चुनौती विश्च टीम चैंपियनशिप है जिसका आयेजन स्वीडन में 29 अप्रैल से होगा।