नई दिल्ली। भारत की स्टार महिला फुटबॉलर बाला देवी कोविड-19 से प्रभावित बाल मजदूरों के लिए पैसा जुटाने की पहल से जुड़ी हैं। गैर सरकारी संगठन क्राई (चाइल्ड राइट्स एंड यू) ने 30 साल की इस स्ट्राइकर को अपने साथ जोड़ा है। इस पहल के तहत जो भी पैसा मिलेगा उसका इस्तेमाल बच्चों की प्राथमिक शिक्षा और सुविधाओं के लिया किया जाएगा।
बाला देवी ने स्कॉटलैंड में अपने बेस से पीटीआई से कहा, ‘‘हमें हमेशा से बाल मजदूरी की समस्या का सामना करना पड़ा है। इस महामारी के चलते लोगों के नौकरी गंवाने के कारण और अधिक बच्चों का शिक्षा और खेलने का सपना टूटेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि प्रत्येक बच्चे को अपना सपना पूरा करने का मौका मिलना चाहिए और हमेशा शिक्षा का मौका मिलना चाहिए- इसी ने मुझे इस पहल से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। मेरा कभी इस तरह की घटना से सामना नहीं हुआ लेकिन हमें पता है कि देश में बाल मजदूरी व्याप्त है।’’
भारत की ओर से 2005 से 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली बाला देवी यूरोप की शीर्ष पेशेवर लीग में खेलने वाली पहली भारतीय महिला फुटबॉलर हैं। वह स्कॉटिश प्रीमियर लीग में रेंजर्स की ओर से खेलती हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण यह लीग अभी निलंबित है। लीग के निलंबित होने से पहले वह दो मैच खेली थी।