मेलबर्न। युवा स्टीफेनो स्टीपास ने मौजूदा चैंपियन रोजर फेडरर को हराकर ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में रविवार को बड़ा उलटफेर किया लेकिन राफेल नडाल ने आसान जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। महिला वर्ग में विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी एंजेलिक कर्बर पहली बार इस ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में खेल रही खिलाड़ी से हारकर बाहर हो गयी जबकि एशलीग बार्टी ने मारिया शारापोवा को हराकर महिला क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी।
नेक्स्टजेन फाइनल्स के चैंपियन स्टीपास ने रॉड लेवर एरेना में अपने से 17 साल सीनियर फेडरर को 6-7 (11-13), 7-6 (7/3), 7-5, 7-6 (7/5) से हराकर सनसनी फैलायी। चौदहवीं वरीयता प्राप्त स्टीपास किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले पहले यूनानी खिलाड़ी भी बन गये हैं। वह अंतिम आठ में 14वीं वरीयता प्राप्त राबर्टो बातिस्ता आगुट से भिड़ेंगे जिन्होंने छठी वरीयता प्राप्त मारिन सिलिच को लगभग चार घंटे तक चले मैच में 6-7 (6/8), 6-3, 6-2, 4-6, 6-4 से पराजित किया।
स्टीपास ने जीत के बाद कहा, ‘‘मेरे पास इस जीत को बयां करने के लिये शब्द नहीं है। मैं अभी इस धरती पर सबसे खुश व्यक्ति हूं।’’ इससे पहले नडाल ने अपने आक्रामक खेल का जोरदार प्रदर्शन करते हुए विश्व के पूर्व नंबर चार खिलाड़ी टामस बर्डिच को आसानी से हराया और अब उनका सामना ‘खतरनाक’ फ्रांसिस टिफोउ से होगा।
सत्रह बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन नडाल ने चेक गणराज्य के गैरवरीयता प्राप्त बर्डिच को 6-0, 6-1, 7-6 (7/4) से हराकर बिना सेट गंवाये अंतिम आठ में जगह बनायी। नडाल को अब अमेरिका के टिफोउ से भिड़ना है जिन्होंने पहले दौर में ही पांचवीं वरीयता प्राप्त केविन एंडरसन को हराकर सनसनी फैला दी थी। टिफोउ ने रविवार को 20वीं वरीयता प्राप्त ग्रिगोर दिमित्रोव को 7-5, 7-6 (8/6), 6-7 (1/7), 7-5 से हराकर अपना 21वां जन्मदिन शानदार तरीके से मनाया।
नडाल 39वीं रैंकिंग के टिफोउ को लेकर सतर्क हैं जिनके खिलाफ वह पहली बार खेलेंगे। नडाल ने कहा, ‘‘वह बेहद ऊर्जावान और आक्रामक खिलाड़ी है। निश्चित तौर पर वह खतरनाक है। वह क्वार्टर फाइनल में है और इस बीच उसने कई अच्छे मैचों में जीत दर्ज की।’’ बेहद गर्मी के बीच जर्मनी की विंबलडन चैंपियन कर्बर को अमेरिका की डेनिली कोलिन्स ने एक घंटे से भी कम समय में 6-0, 6-2 से करारी शिकस्त दी।
विश्व में 35वें नंबर की कोलिन्स ने अपने अधिकतर मैच अमेरिकी कालेज व्यवस्था में खेले हैं और वह पहली बार मेलबर्न पार्क में खेलने के लिये उतरी है। इस साल से पहले उन्होंने कभी ग्रैंडस्लैम मैच नहीं जीता था। बार्टी भी क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रही। उन्होंने शारापोवा को 4-6, 6-1, 6-4 से हराकर इस रूसी खिलाड़ी का 2014 फ्रेंच ओपन के बाद पहला ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
ऑस्ट्रेलिया की यह 15वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी अब चेक गणराज्य की आठवीं वरीय पेत्रा क्वितोवा से भिड़ेगी जिन्होंने अमेरिका की 17 वर्षीय अमांडा अनिसीमोवा को 6-2, 6-1 से पराजित किया। फेडरर और स्टीपास के मुकाबले में यूनानी खिलाड़ी ने महत्वपूर्ण मौकों पर अंक जुटाये। इससे पहले इन दोनों के बीच एकमात्र मुकाबला इस महीने के शुरू में होपमैन कप मिश्रित टीम प्रतियोगिता में हुआ था जिसमें फेडरर ने दो टाईब्रेकर में जीत दर्ज की थी।
इसलिए जब पहला सेट टाईब्रेकर पर पहुंचा तो किसी को हैरानी नहीं हुई। इस सेट का अंत विवादास्पद रहा। स्टीपास के फोरहैंड पर एक दर्शक जोर से ‘आउट’ चिल्ला उठा और फेडरर 12-11 से आगे हो गये। स्टीपास का अगला फोरहैंड गलत चला गया और फेडरर ने यह सेट अपने नाम कर दिया। फेडरर ने दूसरे सेट में यूनानी खिलाड़ी पर लगातार दबाव बनाये रखा लेकिन हर बार स्टीपास ने अच्छी वापसी की। दूसरा सेट भी टाईब्रेकर तक पहुंचाया और स्टीपास मैच बराबर करने में सफल रहे। तीसरे सेट में 4-5 के स्कोर पर स्टीपास के पास दो ब्रेक प्वाइंट थे लेकिन फेडरर ने उन्हें बचा दिया। लेकिन अगली बार फेडरर अपनी सर्विस नहीं बचा पाये और इस तरह से मैच में पहली बार वह पिछड़ गये।
स्टीपास ने चौथे गेम के सातवें गेम के बाद ट्रेनर को बुलाया क्योंकि उन पर थकान हावी हो रही थी। फेडरर इसका फायदा नहीं उठा पाये और स्टीपास ने टाईब्रेकर में पहले मैच प्वाइंट पर ही जीत दर्ज कर दी। स्टीपास ने कहा, ‘‘रोजर हमारे खेल के दिग्गज हैं। मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं। यह सपना सच होने जैसा है।’’