मेलबर्न: दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर और उनके 20वें ग्रैंडस्लैम खिताब के बीच कल ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में मारिन सिलिच की चुनौती है। स्विट्जरलैंड के ‘एजलेस वंडर’ के नाम से जाने-जाने वाले 36 साल के गत चैम्पियन फेडरर का यह 30वां ग्रैंडस्लैम फाइनल है जिसमें वह अपने छठे ऑस्ट्रेलियाई ओपन के खिताब के लिए उतरेंगे।
विश्व नंबर एक रफेल नडाल, ऑस्ट्रेलियाई ओपन के छह बार चैम्पियन रहे नोवाक जोकोविच और पूर्व चैम्पियन स्टान वावरिंका चोट के कारण टूर्नामेंट में आगे नहीं बढ़ पाए तो वहीं पांच बार फाइनल में पहुंचने वाले एंडी मर्रे ने इसमें खेल ही नहीं सके। इन सब के उलट फेडरर अब भी मजबूती से अपनी चुनौती पेश कर रहे है।
क्रोएशिया के 29 साल के सिलिच ने 2014 अमेरिकी ओपन में फेडरर को मात दी है लेकिन दोनों खिलाड़ियों के बीच हुए नौ मुकाबले में फेडरर बाकी आठ मैच जीतने में सफल रहे हैं।
फेडरर इस बात को लेकर आश्वस्त उनमें वह सारी खूबियां है जिससे वह इसमें जीत दर्ज कर जोकोविच और ऑस्ट्रेलिया के रॉय एमरसन के छह बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतने के रिकार्ड की बाराबरी कर सके। उन्होंने फाइनल से पहले कहा,‘‘यह किसी एक चीज में सुधार करने के बारे में नहीं है। मैं इस बात को लेकर खुश हूं कि टूर्नामेंट की शुरूआत से मेरा खेल अच्छा रहा है। मेरा कहने का मतलब यह है कि मैंने सभी मैच बिना किसी सेट गंवाएं जीता हैं।’’यह पहली बार है जब 14वीं वरीयता प्राप्त सिलिच ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में पहुंचे है।