सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में 2032 में होने वाले ओलम्पिक खेलों की मेजबानी के लिए बोली लगाने के फैसले को रोकने का फैसला किया है। राज्य सरकार इस समय कोविड-19 के कारण बिगड़ी अर्थव्यवस्था को बेहतर करना चाहती है और इसी कारण उसने यह फैसला लिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, क्वींसलैंड की प्रीमियर एनास्टासिया पालास्जुस्जुक ने इस बात की पुष्टि की है कि राज्य ने नीलामी को रोकने का फैसला किया है।
पालास्जुस्जुक ने सप्ताह के अंत में संवाददाताओं से कहा, "इसे रोक दिया गया है। मैं इसमें ज्यादा जाना नहीं चाहती। इस समय हमारा पूरा ध्यान अर्थव्यवस्था को सुधारने पर है।"
ऑस्ट्रेलियन ओलम्पिक समिति (एओसी) ने कहा है कि वह क्वींसलैंड सरकार के फैसला का पूरी तरह से समर्थन करती है।
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बता दें, ओलंपिक 2020 का आयोजन कोरोनावायरस महामारी की वजह से अगले साल होगा। नई तारीखों का भी ऐलान हो गया है। टोक्यो ओलंपिक 23 जुलाई 2021 से 8 अगस्त 2021 के बीच खेला जाएगा।
कोरोनावायरस के कहर की वजह से टोक्यो ओलंपिक 2020 अगले साल आयोजित करने का फैसला लिया गाय है। भले ही इसे 1 साल के लिए आगे बढ़ा दिया गया है लेकिन खेलों के महाकुंभ पर अभी भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के प्रमुख थामस बाक ने कहा है कि टोक्यो ओलंपिक आयोजित कराने के लिये 2021 आखिरी विकल्प है क्योंकि इसे बार बार स्थगित नहीं किया जा सकता।
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बाक ने बीबीसी से कहा कि वह जापान की इस बात से सहमत है कि अगर अगले साल तक कोरोना वायरस महामारी पर नियंत्रण नहीं पाया जा सकता है तो खेलों को रद्द करना पड़ेगा।
बाक ने कहा,‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैं जापान की स्थिति समझता हूं क्योंकि आप आयोजन समिति में तीन या पांच हजार लोगों को लगातार नियुक्ति पर नहीं रख सकते।’’
उन्होंने कहा,‘‘आप हर साल पूरी दुनिया का खेल कैलेंडर नहीं बदल सकते। खिलाड़ियों को अनिश्चितता की स्थिति में नहीं रख सकते।’’