नई दिल्ली। भाला फेंक एथलीट शिवपाल सिंह इस बात से राहत महसूस कर रहे हैं कि वह पहले ही ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुके हैं लेकिन इस बात से निराश हैं कि कोविड-19 महामारी के कारण वह प्रतिष्ठित डायमंड लीग सीरीज में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर पायेंगे। अभी तक 14 चरण की डायमंड लीग सीरीज की आठ स्पर्धायें स्थगित हो चुकी हैं जबकि इस महामारी के कारण इस साल कोई एथलेटिक्स टूर्नामेंट आयोजित होगा या नहीं, इस पर भी अनिश्चितता बनी हुई है।
कोविड-19 के कारण अभी तक दुनिया में दो लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और इससे 13 जून तक सभी डायमंड लीग स्पर्धायें स्थगित हो चुकी हैं। वहीं चार जुलाई को लंदन चरण की स्पर्धा अभी होनी है। फाइनल 11 सितंबर को ज्यूरिख में होगा।
शिवपाल ने पीटीआई-भाषा को दिये साक्षात्कार में कहा,‘‘पिछले साल दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ भाग लेकर अच्छा लगा। मैं इस साल भी डायमंड लीग में भाग लेना चाहता था। लेकिन कोविड-19 ने पूरी दुनिया को ही बदल दिया है और मेरी योजनायें भी प्रभावित हुई हैं।’’
ये भी पढ़ें - पूर्व टेनिस खिलाड़ी गुस्तावो कुर्तेन ने चेताया, कहा- यह समय खेल शुरू करने का नहीं
उन्होंने कहा,‘‘लेकिन राहत की बात यह है कि कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन से पहले मैंने ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया। लेकिन निराशा इस बात की है कि डायमंड लीग सीरीज आयोजित नहीं हो पा रही है। हमें नहीं पता कि बचे हुए चरण होंगे या नहीं।’’
एशियाई चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने के साथ पिछले साल शिवपाल ने 86.23 मीटर के थ्रो से व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने जून में ओस्लो में हुई अपनी पहली डायमंड लीग स्पर्धा में भाग लिया और वह इसमें आठवें स्थान पर रहे। शिवपाल ने ओलंपिक का टिकट 10 मार्च को अपने ट्रेनिंग बेस में दक्षिण अफ्रीका में टूर्नामेंट के दौरान कटाया। इसके बाद कोविड-19 के कारण वैश्विक खेल कैलेंडर ही अस्त व्यस्त हो गया।
ये भी पढ़ें - दर्शकों की गैरमौजूदगी में ही आस्ट्रियाई ग्रां प्री को दी जाएगी हरी झंडी
उन्होंने 85.47 मीटर के प्रयास से ओलंपिक क्वालीफिकेशन का 85 मीटर का मार्क हासिल किया। इससे वह नीरज चोपड़ा के बाद भाला फेंक में तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाले दूसरे भारतीय एथलीट बन गये।