जकार्ता। भारत ने एशियाई पैरा खेलों में शुक्रवार को यहां शतरंज में दो और बैडमिंटन में एक स्वर्ण पदक से शानदार प्रदर्शन जारी रखा जबकि रियो परालंपिक की पदक विजेता दीपा मलिक ने महिलाओं के एफ 51/52/53 चक्का फेंक में दूसरा कांस्य पदक अपने नाम किया।
के जेनिता एंटो ने महिला व्यक्तिगत रैपिड पी1 शतरंज स्पर्धा के फाइनल में इंडोनेशिया की मनुरूंग रोसलिंडा को 1-0 से हराकर जबकि किशन गंगोली ने पुरूष व्यक्तिगत रैपिड छह - बी2/बी3 स्पर्धा में माजिद बाघेरी को शिकस्त देकर शीर्ष स्थान हासिल किया। रैपिड पी1 स्पर्धा शारीरिक रूप से अक्षम खिलाड़ियों जबकि रैपिड छह - बी2/बी3 स्पर्धा आंशिक रूप से नेत्रहीन प्रतिस्पर्धियों के लिये होती है।
पैरा-बैडमिंटन में पारूल परमार ने थाईलैंड में वांडी खमतम पर 21-9 21-5 से जीत दर्ज कर महिला एकल एसएल3 स्पर्धा का सोने का तमगा हासिल किया। इस श्रेणी में एक या दोनों पैरों से चलने में परेशानी या संतुलन बिठाने वाले खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं।
तैराकी में स्वप्निल पाटिल ने एस 10 वर्ग में पुरूषों की 100 मी बैकस्ट्रोक स्पर्धा में रजत पदक जीता। उन्होंने इससे पहले पुरूषों की 400 मीटर फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक अपने नाम किया था।
भारत ने पुरूषों की सी4 व्यक्तिगत परस्यूट 4000 मी साइकिलिंग स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया जिसमें गुरलाल सिंह ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
इससे पहले दीपा ने अपने चौथे प्रयास में 9.67 मीटर चक्का फेंककर तीसरा स्थान हासिल किया। ईरान की इलनाज दारबियान ने 10.71 मीटर के नये एशियाई रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि बहरीन की फातिमा नेदाम ने 9.87 मीटर के साथ रजत पदक जीता। एक अन्य भारतीय एकता भयान ने भी इस स्पर्धा में हिस्सा लिया था लेकिन वह चार प्रतिभागियों में 6.52 मीटर चक्का फेंककर चौथे स्थान पर रही।
एफ 51/52/53 में एथलीट के हाथों में पूरी ताकत और गति होती है लेकिन उनके पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों में ताकत नहीं होती है। उन्हें व्हील चेयर में बैठकर प्रतिस्पर्धा में भाग लेना होता है। दीपा ने इससे पहले एफ 53/54 भाला फेंक में भी कांस्य पदक जीता था।
महिलाओं की चक्का फेंक एफ11 वर्ग स्पर्धा में निधि मिश्रा ने 21.82 मीटर से कांस्य पदक हासिल किया। भारत ने अब इन खेलों में 59 पदक जीत लिये हैं, इसमें 11 स्वर्ण, 18 रजत और 30 कांस्य पदक शामिल हैं।