नई दिल्ली। इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में शनिवार से शुरू हो रहे 18वें एशियाई खेलों में दो खेलों को पहली बार जगह मिली है। ब्रिज (ताश के पत्तों का खेल) और जुजित्सु में पहली बार खिलाड़ी पदक की होड़ में दिखेंगे। 1951 से शुरू हुए खेलों के बाद से पहली बार इन दो खेलों को चार साल में एक बार होने वाले इन खेलों को शामिल किया गया है।
ब्रिज में चार खिलाड़ी मिलकर एक टीम बनाते हैं। चारों खिलाड़ी एक टेबल पर दूसरी टीम के खिलाड़ी के सामने बैठते हैं जिसमें दो खिलाड़ियों की दो-दो जोड़ियां बनती हैं।
टेबल पर एक कमपास रखा जाता है जो खिलाड़ियों की बैठने की व्यवस्था के हिसाब से टेबल पर मौजूद होता है। इसकी दिशा भी खिलाड़ियों की दिशा की तरह उत्तर-दक्षिण और पूर्व पश्चिम जैसी होती है।
वहीं 'जुजित्सु' का आधार जुडो है जिसमें दो खिलाड़ियों का सामना होता है। पंच और किक इस खेल में मान्य नहीं होते। दोनों खिलाड़ियों के बीच पांच मिनट तक चलता है जिसमें पंच और किक के अलावा कई अन्य तरह से अंक हासिल किए जाते हैं।
यह मार्शल आटर्स का एक हिस्सा है जिसे मार्शल आर्ट्स के शतरंज के नाम से भी जाना जाता है। इस स्पर्धा में 56 किलोग्राम भारवर्ग, 69 किलोग्राम भारवर्ग, 49 किलोग्राम भारवर्ग, 62 किलोग्राम भारवर्ग, 94 किलोग्राम भारवर्ग, 77 किलोग्राम भारवर्ग, 85 किलोग्राम भारवर्ग में मुकाबले खेले जाएंगे।