भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 18वें एशियाई खेलों में अपने दमदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए दूसरे ग्रुप मुकाबले में हॉन्गकान्ग को 26-0 से करारी शिकस्त दी। भारत ने अपने पहले ग्रुप मुकाबले में मेजबान इंडोनेशिया को 17-0 के भारी अंतर से मात दी थी। हॉन्गकान्ग के खिलाफ भारत ने तेज शुरुआत की और फॉरवर्ड खिलाड़ी आकाशदीप ने दो मिनट के अंदर ही पहला गोल करते हुए अपनी टीम को बढ़त दिला दी। एक मिनट बाद मनप्रीत सिंह ने भारत के लिए दूसरा गोल किया।
शानदार शरुआत के बाद भारत ने तेज हॉकी खेलना जारी रखा और पहले क्वार्टर में चार गोल और किए। रुपिंदर पाल सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर के माध्यम से दो और एस.वी सुनील एवं विवेक सागर ने एक-एक गोल दागा। दूसरे क्वार्टर में भारत ने आक्रामक खेल दिखाते हुए कुल आठ गोल दागे। मंदीप सिंह और ललित उपाध्याय ने दो-दो जबकि मनप्रीत, हरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास और वरुण कुमार ने एक-एक गोल किया।
भारतीय खिलाड़ियों ने दूसरे हाफ में भी गोल करना जारी रखा और कुल 12 गोल दागे। स्टार डिफेंडर हरमनप्रीत ने तीन और आकाशदीप, ललित एवं रुपिंदर ने दो-दो गोल दागे। इनके अलावा, दलप्रीत सिंह, चिंगलिंगसाना सिंह और सिमरनजीत सिंह ने एक-एक गोल किया। इस जीत के बाद भारत के छह अंक हो गए हैं और वह ग्रुप ए में भी शीर्ष पर काबिज है।
आपको बता दें कि भारतीय हॉकी इतिहास की ये सबसे बड़ी जीत है। भारत की 10 सबसे बड़ी जीत की बात करें तो भारत ने साल 1932 में लॉज एंजलिस ओलंपिक में अमेरिका को 24-1, साल 2007 में खेले गए एशिया कप में श्रीलंका को 20-0, साल 1980 में तंजानिया को 18-0, साल 2018 में इंडोनेशिया को 17-0, साल 1956 में अमेरिका को 16-0, साल 2007 में थाईलैंड को 16-0, साल 1956 में अफगानिस्तान को 14-0, साल 1980 में क्यूबा को 13-0 और साल 1982 में श्रीलंका को 13-0 से हराया था।