नयी दिल्ली: भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर एशियाई खेलों में चोट के कारण निराशा झेलने के बाद ओलंपिक में जगह पक्की करने के इरादे से गुरूवार से जर्मनी के कॉट्टबस में शुरू हो रहे कलात्मक जिम्नास्टिक विश्व कप में भाग लेंगी। चार दिनों तक चलने वाले इस चैम्पियनशिप में आठ स्पर्धाओं को शामिल किया गया हैं जिसमें जिमनास्टों के पास तीन टॉप स्कोर वाले प्रारूपों से ओलंपिक का कोटा हासिल करने का मौका होगा।
दीपा के अलावा भारतीय दल में बी अरूणा रेड्डी, आशीष कुमार और राकेश पात्रा भी होंगे जो अपने प्रदर्शन से छाप छोड़ना चाहेंगे। रियो ओलंपिक में मामूली अंतर से पदक चूककर चौथे स्थान पर रहने वाली दीपा से भारत को सबसे ज्यादा उम्मीदें होगी। उन्होंने इस साल जुलाई में तुर्की में विश्व चैलेंज कप में गोल्ड मेडल हासिल किया था। अरुणा ने भी मेलबर्न में हुए पिछले विश्व में पॉल वाल्ट स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया था जो इस बार और बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगी।
पुरूषों में भारत की नजरें आशीष पर होगी जिन्होंने 2010 एशियाई खेलों में कांस्य (फ्लोर एक्सरसाइज) और 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में एक कांस्य अैर रजत पदक हासिल हासिल किया है। राकेश ने भी हाल के दिनों में अच्छा खेल दिखाया। वह पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में मामूली अंतर से पदक चूक गये थे और चौथे स्थान पर रहे थे। भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) और गैर मान्यता प्राप्त भारतीय जिम्नास्टिक महासंघ (जीएफआई) के बीच विवाद के कारण टूर्नामेंट की तैयारियां प्रभावित हुई। दोनों के बीच तनातनी के कारण साइ ने योगेश्वर सिंह और प्रणति दास का खर्च उठाने से मना करते हुए चार जिम्नास्टों को टूर्नामेंट में भाग लेने की मंजूरी दी।
साइ और जीएफआई के विवाद के कारण भारतीय जिम्नास्ट पिछले महीने दोहा में हुए विश्व चैम्पियनशिप में भाग नहीं ले पाये थे।