इंग्लैंड के फुटबॉल क्लब आर्सेनल के पूर्व मैनेजर आर्सेने वेंगर को लगता है कि लोग फुटबॉल से काफी कुछ सीख सकते हैं क्योंकि यह स्वाभाविक तौर से नस्लवाद विरोधी है। अमेरिका में अश्वेस्त शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद 'ब्लैक लाइव मैटर' नाम से आंदोलन पूरे विश्व में जोर पकड़ रहा है।
वेंगर ने कहा कि फुटबॉल में खिलाड़ी को उसकी योग्यता के आधार पर खेलने का मौका मिलता है और इसलिए इसे एक उदाहरण के तौर पर लिया जाता है।
वेंगर ने बीइन स्पोर्टस को दिए इंटरव्यू में कहा, "मैं कहूंगा कि फुटबॉल स्वाभाविक रूप से नस्लवाद विरोधी है।"
उन्होंने कहा, "क्यों? क्योंकि कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप इंग्लैंड के राजा के बेटे हैं या आप गोरे और काले हैं---अगर आप खेलने में अच्छे हैं तो आप खेल सकते हैं। मैं यह कहूंगा कि फुटबॉल एक उदाहरण है कि इस समाज को किस तरह से काम करना चाहिए क्योंकि यह योग्यता और काबिलियत के दम पर खेला जाता है। अगर आप अच्छे हैं तो खेलेंगे।"
यूरोप के तमाम फुटबॉलरों ने ब्लैक लाइव मूवमेंट के समर्थन में आवाज उठाई है।