कोलकाता। भारतीय तीरंदाजी संघ को बुधवार को आठ साल बाद सरकार से फिर मान्यता मिल गई। राष्ट्रीय खेल विकास संहिता के अनुरूप चुनाव नहीं कराने के कारण उसकी मान्यता रद्द की गई थी। एएआई के चुनाव इस साल जनवरी में हुए जिसमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पैनल ने बहुमत हासिल किया।
खेल मंत्रालय के उप सचिव एसपीएस तोमर ने एएआई अध्यक्ष और महासचिव को लिखे पत्र में कहा,‘‘यह स्पष्ट है कि सरकारी दिशा निर्देशों के पालन को लेकन मंत्रालय की चिंताओं का एएआई ने निवारण कर दिया है। इसके साथ ही एएआई की मान्यता बहाल करने का फैसला लिया गया है जो एक साल तक वैध रहेगी।’’
मुंडा ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे भारत की ओलंपिक तैयारी मजबूत होगी।
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उन्होंने कहा,‘‘भारतीय तीरंदाजी संघ का अध्यक्ष होने के नाते मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि तीरंदाजी संघ को खेल मंत्रालय से मान्यता मिल गई है।’’
उन्होंने कहा,‘‘टोक्यो ओलंपिक निकट है और खेल मंत्रालय का यह कदम सराहनीय है। इससे समूचे तीरंदाजी समुदाय का मनोबल बढेगा।’’
महासंघ के महासचिव प्रमोद चंदूरकर ने कहा कि इससे टोक्यो ओलंपिक से पहले एएआई का मनोबल बढेगा।
उन्होंने कहा,‘‘अब हम स्वतंत्र रूप से काम कर सकते हैं और अपने फैसले खुद ले सकते हैं। सरकार से वित्तीय मदद मिलेगी और प्रायोजक जुटाना आसान होगा। इससे तीरंदाजों का मनोबल भी बढेगा और वे ओलंपिक की तैयारियों पर फोकस कर सकेंगे।’’