ऩई दिल्ली: मोरक्को में 500 साल पुराना खेल 'द गेम ऑफ पावडर' बेहद लोकप्रिय है। लेकिन इसके बारे में कम ही लोग जानते हैं। ये खेल जितना पुराना है उससे कहीं ज्यादा खतरनाक है। इस खेल में हिस्सा लेने के लिए खिलाड़ी अपनी ट्रेनिंग पर लाखों रुपए खर्च कर अपनी जान जोखिम में डालते हैं।
ऐसे खेला जाता है ये जोखिम भरा खेल
'द गेम ऑफ पावडर' में मोरक्को 19 टीमें हिस्सा लेती हैं। एक टीम में 10 से 30 घुड़सवार होते हैं। सभी घुड़सवार दौड़ते हुए एक लय में हवाई फायरिंग करते हैं। सबसे सिंक्रोनाइज्ड फायरिंग करने वाली टीम विजेता बनती है। विजेता का फैसला जज या दर्शक करते हैं। जिस टीम की फायरिंग पर सबसे ज्यादा शोर होता है। उसे ही विजेता माना जाता है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जान हथेली पर रखकर जीत दर्ज करने वाले खिलाड़ियों को इनाम में कुछ भी नहीं मिलता। इस खेल की इनामी राशि शून्य है।
हर चौथा खिलाड़ी चोट की वजह छोड़ देता है खेल
सॉरबा टीम के लीडर खालिद कॉरक्वेरी बताते हैं कि ये महंगा और जानलेवा खेल है। एक घोड़े खरीदने और उसकी ट्रेनिंग में ही 19 लाख रूपए तक खर्च हो जाते हैं। प्रैक्टिस में गिरने का खतरा रहता है। आमतौर पर हर चौथा खिलाड़ी चोट के कारण खेल छोड़ देता है।
वैसे मोरक्को सरकार ने इस खेल को बचाने के लिए इसके राष्ट्रीय मुकाबले भी शुरु किए हैं।