भारत के मशहूर फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल के पूर्व निवेशक क्वेस ने शुक्रवार को कहा है कि वह क्लब और खिलाड़ियों से किए गए सभी वायदे पूरे करेगी। क्वेस का यह बयान क्लब के खिलाड़ियों द्वारा निवेशक को भेजे गए उन नोटिसों के बाद आया है जिसमें खिलाड़ियों ने कंपनी से अप्रैल और मई का वेतन मांगा था। ईस्ट बंगाल ने क्वेस के साथ करार खत्म कर दिया है। क्वेस का क्लब में 70 फीसदी हिस्सेदारी थी। इन दोनों का करार 31 मई को खत्म हो गया।
दोनों के बीच तीन साल का करार था लेकिन बेंगलुरू स्थित कंपनी ने दो साल में ही करार खत्म कर दिया।
खिलाड़ियों के वेतन के अलावा दोनों के बीच हुए ज्वांइट वेंचर के स्थानानंतरण को लेकर भी स्थिति कंपनी ने साफ की है।
क्वेस ने एक बयान में कहा, "हमारे सामने यह बात आई है कि इस तरह के आरोप और गलत बातें फैलाई जा रही हैं कि हमने फुटबॉल क्लब और क्वेस के बीच करार खत्म होने के बाद खिलाड़ियों के वेतन देने से मना कर दिया है। हम यह बाद साफ कर देना चाहते हैं कि हम एक जिम्मेदार कंपनी हैं और सभी से हमारी जो प्रतिबद्धताएं है वो पूरी की जाएंगी। हम कोलकाता में मौजूदा अपने प्रतिनिधि के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि सभी कुछ आराम से बिना किसी परेशानी के हो जाए।"
बयान में कहा गया है, "ज्वाइंट वेंचर करार को लेकर जो औपचारिकताएं हैं उन पर काम जारी है और जल्द ही वह पूरी हो जाएंगी। क्वेस शेयरधारकों के मूल्यों को बनाए रखने के सभी कुछ करेगी और खेल के भविष्य और इसके समर्थकों का ध्यान रखेंगे।"