हैमबर्ग। वर्ल्ड नंबर-7 जर्मनी के टेनिस खिलाड़ी एलेक्जेंडर ज्वेरेव कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल होने वाले अमेरिकी ओपन में भाग लेने को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। ज्वेरेव का मानना है कि इस समय देखो और इंतजार की नीति सबसे अच्छी है। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट का समय आने पर वह फैसला लेंगे।
ज्वेरेव ने टेनिस मेजर्स से कहा, "मैं देखूंगा क्योंकि न्यूयॉर्क में इस समय स्थिति अच्छी नहीं है, इसलिए मुझे नहीं पता कि मेरी टीम का क्या फैसला होगा। मैं टूर्नामेंट खेलना चाहता हूं। लेकिन मुझे लगता है कि अमेरिका इस समय थोड़ी सही जगह नहीं है।"
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि देखना पड़ेगा कि अगले सप्ताह तक चीजें कैसे चलती हैं। अगर कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो यात्रा कैसे करेंगे और क्या यह सुरक्षित होगा।"
जर्मन टेनिस स्टार ने कहा, "अगर मैं सुरक्षित महसूस नहीं करता हूं, मेरी टीम सुरक्षित महसूस नहीं करती है तो मैं वहां नहीं जा सकता हूं। मैं अभी भी युवा हूं लेकिन हर कोई जो मेरे साथ है वह शायद थोड़ा बड़ा है और वे मुझसे ज्यादा खतरे में हैं।"
अमेरिकी ओपन न्यूयार्क में 31 अगस्त से 13 सितंबर तक होना है।
इससे पहले, आस्ट्रेलियाई टेनिस स्टार निक किर्गियोस ने कोरोना वायरस के कारण अमेरिकी ओपन से अपना नाम वापस ले लिया था।
उन्होंने कहा था कि उनका यह फैसला कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले सैकड़ों और हजारों अमेरिकियों के सम्मान में लिया गया है।
किर्गियोस ने ट्विटर पर पोस्ट किए अपने वीडियो में कहा था, " मैं इस साल अमेरिकी ओपन में नहीं खेलूंगा। मुझे हालांकि काफी दुख है। लेकिन मैं अपने साथी ऑस्ट्रेलियाई, जान गंवाने वाले सैकड़ों और हजारों अमेरिकी, आप सभी के लिए हट रहा हूं। यह मेरा फैसला है।"
वहीं, पूर्व वल्र्ड नंबर-1 और आस्ट्रेलियाई महिला टेनिस खिलाड़ी एश्लेह बार्टी भी अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट से हट गई थीं।