ऑल इंडिया टेनिस असोसिएशन (आइटा) ने सोमवार को टेनिस स्टार्स रोहन बोपन्ना और सानिया मिर्जा द्वारा किए गए ट्वीट्स को 'गुमराह' करने वाला बताया। रोहन बोपन्ना और सानिया मिर्जा ने टोक्यो ओलंपिक क्वॉलीफिकेशन के बारे में ट्वीट किए थे जिसके बाद विवाद पैदा हो गया था।
आइटा ने एक बयान में कहा, "रोहन बोपन्ना और सानिया मिर्जा के ट्विटर कमेंट्स सही नहीं हैं और वे गुमराह करने वाले हैं और बिना नियमों की जानकारी के हैं। उन्हें आईटीएफ के क्वॉलीफिकेशन के नियमों की रूल बुक पढ़नी चाहिए थी। रोहन बोपन्ना आईटीएफ के रूल के मुताबिक क्वॉलीफाई नहीं कर सके। इसलिए सानिया मिर्जा का ट्वीट भी तर्कहीन है और उन जैसी खिलाड़ी की ओर से ऐसी टिप्पणी आना निंदनीय है।"
गौरतलब है कि सोमवार को रोहन बोपन्ना ने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि आइटा ने गुमराह किया है कि वो और सुमित नागल के पास टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वॉलीफाई करने का मौका है।
उन्होंने लिखा, "आईटीएफ ने कभी भी मेरी और सुमित नागल की एंट्री स्वीकार नहीं की थी। आईटीएफ इस बात को लेकर साफ थी कि बीमारी/चोट के अलावा किसी भी कारण खिलाड़ियों का क्वॉलीफिकेशन 22 जून के बाद नहीं होगा। आइटा ने खिलाड़ियों, सरकार, मीडिया और सभी को गुमराह किया है ये कह कर कि अभी भी मौका है।"
इस पर सानिया ने ट्वीट किया, "क्या? अगर ये सच है तो ये बिलकुल खराब और शर्मनाक है। इसका ये मतलब हुआ कि हमने मिक्स्ड डबल्स का मेडल का एक सुनहरा मौका गंवा दिया, अगर प्लान के हिसाब से मैं और आप खेलते। हमको यही बताया गया था कि आपका और सुमित का नाम दिया है।"
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आइटा ने कहा, "सच तो ये है कि भारत की बेस्ट एंट्री होती अगर रोहन बोपन्ना और दिविज शरण जाते, ये सही फैसला था। लेकिन आईटीएफ के रूल के मुताबिक वे क्वॉलीफाई नहीं कर सके।"