नई दिल्ली| सीरिया, उत्तर कोरिया और ताजिकिस्तान की फुटबाल टीमें 7 जुलाई से शुरू होने वाले इंटरकॉन्टिनेंटल कप में भाग लेंगी। भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने सोमवार को इसकी पुष्टि की। टूर्नामेंट के आयोजन स्थल की घोषणा बाद में की जाएगी।
भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में अपना खिताब बचाने उतरेगी। भारत ने इसके पहले संस्करण में केन्या को हराकर खिताब जीता था। एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने कहा कि आगामी टूर्नामेंट सितंबर में होने वाले विश्व कप क्वालीफायर से पहले भारतीय टीम के लिए 'एसिड टेस्ट' साबित होगा।
उन्होंने कहा, "एआईएफएफ और उसके साझेदार एफएसडीएल (फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड) ने पुरुषों की राष्ट्रीय टीम के लिए एक वार्षिक कैलेंडर को अंतिम रूप दिया है। भारत को जून में थाईलैंड में किंग्स कप में भाग लेना है, उसका पहला मैच कुराकाओ से और फिर वियतनाम या थाईलैंड से होगा। ये मैच 2022 में होने वाले विश्व कप क्वालीफायर की तैयारी में हमारी मदद करेंगे।" सभी चार टीमें राउंड रोबिन के आधार पर एक दूसरे से मैच खेलेंगी और शीर्ष दो टीमें फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी।
गौरतलब है कि इंटरकॉन्टिनेंटल कप का पहला संस्करण साल 2018 में 1 से 10 जून के बीच मुंबई में खेला गया था। इस टूर्नामेंट में भारत ने ग्रुप स्टेज में खेले गए 3 मुकाबले में 2 जीत दर्ज करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। फाइनल में मेजबान भारत ने केन्या को 2-0 से हराते हुए खिताब अपने नाम किया था। इस टूर्नामेंट में भारतीय कप्तान सुनील छेत्री 8 गोल के साथ टॉप स्कोरर रहे थे।