नई दिल्ली| भुगतान नहीं करने के कारण अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) की नाराजगी का सामना कर रहा भारतीय मुक्केबाजी फेडरेशन (बीएफआई) विश्व संस्था द्वारा निलंबन की धमकी के बाद 20 मई तक एक लाख 20 हजार डॉलर का भुगतान करेगा। मेजबान फीस (चार लाख डालर) का भुगतान नहीं करने के कारण भारत 2021 पुरुष विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी का अधिकार गंवा चुका है जिसके बाद एआईबीए ने बीएफआई पर पांच लाख डॉलर का जुर्माना लगाया।
एआईबीए ने बीएफआई पर नयी दिल्ली में 2018 में हुई महिला विश्व चैंपियनशिप की पूरी मेजबान फीस नहीं देने का भी आरोप लगाया और इस राशि को तीन लाख 60 हजार डॉलर बताया। बीएफआई के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘हम तीन महीनों- मार्च, अप्रैल, मई- किश्त का भुगतान करेंगे जो एक लाख 20 हजार डॉलर होती है। यह भुगतान 20 मई तक किया जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस पूरी समस्या का सौहार्दपूर्ण हल निकलने की उम्मीद है।’’ सूत्र ने उम्मीद जताई कि बातचीत के बाद जुर्माने की राशि को हटा दिया जाएगा।
एआईबीए ने भुगतान के लिए इस महीने के अंत की समय सीमा दी है। बीएफआई को भेजे गए एआईबीए के पत्र के अनुसार, ‘‘हम आपको याद दिला रहे हैं कि एआईबीए के नियमों के अनुसार अगर कोई राष्ट्रीय महासंघ एआईबीए को लंबित भुगतान करने में नाकाम रहता है तो उसे निलंबित किया जा सकता है।’’ एआईबीए ने कहा कि भारत समय सीमा का पालन करता है या नहीं इसके आधार पर वे बीएफआई के मामले को कार्यकारी समिति की मौजूदा आनलाइन बैठक के दौरान उठाएंगे।
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एआईबीए के अंतरिम अध्यक्ष मोहम्मद मोस्ताशेन ने इससे पहला कहा था कि भारत एक दिसंबर 2019 की समय सीमा तक मेजबान शहर फीस का भुगतान करने में विफल रहा है जिससे वैश्विक संस्था को 2021 प्रतियोगिता की मेजबानी सर्बिया को देने को बाध्य होना पड़ा। बीएफआई ने भुगतान में विलंब के लिए जरूरी औपचारिकाएं पूरी नहीं होने को जिम्मेदार ठहराया था।