नई दिल्ली। पिछले तीन साल से यूक्रेन में पैरालम्पिक की तैयारी कर रहे भारत के ऊंची कूद के खिलाड़ी शरद कुमार कोरोना वायरस महामारी के कारण पैरालम्पिक खेल एक साल के लिये टलने के बाद अब चिंतित हैं कि उन्हें नये सिरे से शुरूआत करनी होगी। कुमार 2017 से यूक्रेन में तैयारी कर रहे थे। कोरोना महामारी के कारण तोक्यो खेल अब 2021 में होंगे। एशियाई पैरा खेलों में दो बार ऊंची कूद के चैम्पियन और विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता कुमार ने कहा कि एक साल और इंतजार से वह बेचैनी महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने यूक्रेन से प्रेस ट्रस्ट से कहा, ‘‘मैने काफी सोच समझकर अभ्यास किया था और पैरालम्पिक में पदक जीतने के लिये तीन साल से कड़ी मेहनत कर रहा हूं। अभी कोई अभ्यास नहीं हो रहा है। इस साल कोई स्पर्धायें नहीं है और अब नये सिरे से शुरूआत करनी होगी।’’
उन्होंने कहा,‘‘ मैं निराश हूं लेकिन क्या कर सकता हूं। पूरी दुनिया संकट में है। इस समय खेल प्रमुख नहीं है। खिलाड़ी भी इंसान है। मेरा पूरा ध्यान इस समय कोरोना संकट पर है।’’ कुमार यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में है जो राजधानी कीव से 500 किलोमीटर दूर है। वह निकितन येवहेन के साथ अभ्यास कर रहे हैं जो पहले भारतीय खेल प्राधिकरण के कोच थे।
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं यह नहीं कहूंगा कि घर जाने को बेताब हूं क्योंकि मैं तीन साल से यही हूं। लेकिन खेलों के स्थगित होने से काफी निराशा है।’’ पीएम केयर्स फंड में एक लाख रूपये दान देने वाले कुमार सरकार की टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना का हिस्सा होने के साथ साइ के कोच भी हैं ।उन्हें गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन से भी मदद मिलती है।