चंडीगढ: अनुशासनहीनता के पूर्व के मामले के कारण द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये नामितों की सूची से हटाये जाने से नाराज राष्ट्रीय कंपाउंड तीरंदाजी कोच जीवनजोत सिंह तेजा ने शुक्रवार को त्यागपत्र दे दिया। तेजा ने कहा,‘‘मैंने भारतीय तीरंदाजी टीम कोच पद से त्यागपत्र दे दिया है।’’
तेजा ने कहा कि उनके खिलाफ अन्याय हुआ। उन्होंने कहा,‘‘मैं पुरस्कार की मांग नहीं कर रहा हूं लेकिन उम्मीद्वारों के चयन में पारदर्शी प्रक्रिया चाहता हूं।’’ तेजा राष्ट्रीय कंपाउंड टीम के मुख्य कोच के रूप में एशियाई खेलों के लिये जकार्ता गये थे। उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता के आरोप और उसके बाद एक साल का प्रतिबंध बीती बातें हैं और वह बहुत पहले आरोपमुक्त हो चुके थे।
उन्होंने कहा कि उस मामले में उन्हें गलत घसीटा गया क्योंकि जो घटना हुई थी उसके लिये वह जिम्मेदार नहीं थी और उन्हें गलत सजा दी गयी। तेजा ने कहा कि खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ खिलाड़ी रहे हैं और उन्हें तथ्यों से अवगत होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘इसे ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे मैं चोर हूं। यह घोर अन्याय है। मैं प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से गुहार लगाऊंगा।’’