नई दिल्ली। ओलंपिक रजत पदक विजेता एस मीराबाई चानू ने मंगलवार को कहा कि उनका अगला लक्ष्य 2022 एशियाई खेलों में पदक जीतना है और वह तीन साल में होने वाले पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना चाहती हैं। चानू ने तोक्यो खेलों में 49 किग्रा में रजत पदक जीतकर भारत का भारोत्तोलन में पदक जीतने का दो दशक से अधिक समय का इंतजार समाप्त किया था।
स्वदेश लौटने के बाद चानू की निगाह अब एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने पर है जो वह अभी तक नहीं जीत पायी हैं।
चानू ने एमवे न्यूट्रालाइट का ब्रांड एंबेसडर बनने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य अब एशियाई खेल हैं। मैं एशियाई खेल 2022 में भारत के लिये पदक जीतने के लिये अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद 2024 (पेरिस ओलंपिक) में मैं इस रजत पदक को स्वर्ण पदक में बदलने की कोशिश करूंगी।’’
चानू ने राष्ट्रमंडल खेल 2014 और 2018 में क्रमश: रजत और स्वर्ण पदक जीता था। इस बीच उन्होंने 2017 में विश्व चैंपियनशिप का खिताब भी हासिल किया था। उन्होंने 2020 एशियाई चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता था लेकिन अभी तक वह एशियाई खेलों में पदक नहीं जीत पायी है।
मणिपुर की यह 27 वर्षीय खिलाड़ी पीठ दर्द के कारण एशियाई खेल 2018 से हट गयी थी। चानू ने अपनी सफलता में कोच विजय शर्मा के योगदान का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनके योगदान के बारे में जितना कहूंगी वह कम ही होगा। जब भी मेरा अभ्यास अच्छा नहीं रहा या मैं चोटिल रही तब उन्होंने मेरा साथ दिया। उन्होंने हमेशा मुझे प्रेरित किया।’’