टोक्यो। भारतीय दल के मिशन प्रमुख गुरशरण सिंह ने रविवार को कहा कि मंगलवार को तोक्यो पैरालंपिक के उद्घाटन समारोह में देश के दल से सिर्फ छह अधिकारियों को हिस्सा लेने की स्वीकृति मिली है। उद्घाटन समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व 11 सदस्यीय दल करेगा। बाकी पांच खिलाड़ी हैं। उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों की संख्या पर कोई सीमा नहीं है लेकिन अब तक सिर्फ सात भारतीय प्रतिस्पर्धी टोक्यो पहुंचे हैं। इन सात में से भी दो टेबल टेनिस खिलाड़ियों सोनल पटेल और भाविना पटेल की बुधवार को स्पर्धाएं हैं और इसलिए वे उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगी। जापान के राजा नारुहितो खेलों की शुरुआत की घोषणा करेंगे।
भारत के मिशन प्रमुख और भारतीय पैरालंपिक समिति के महासचिव गुरशरण ने पीटीआई को बताया, ‘‘उद्घाटन समारोह में सिर्फ छह अधिकारियों को स्वीकृति मिली है जबकि खिलाड़ियों के लिए कोई सीमा नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दो टेबल टेनिस खिलाड़ियों की अगले दिन बुधवार को स्पर्धाएं हैं इसलिए वे उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे।’’
उद्घाटन समारोह के दौरान छह अधिकारियों की सीमा का नियम आठ अगस्त को खत्म हुए तोक्यो ओलंपिक के दौरान भी लागू था। जिन पांच खिलाड़ियों के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने की उम्मीद है उसमें ध्वजवाहक मरियप्पन थंगावेलू, चक्का फेंक के विनोद कुमार, भाला फेंक के टेकचंद और पावरलिफ्टर जयदीप और सकीना खातून शामिल हैं।
उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने वाले छह में से चार अधिकारी तय हैं जो मिशन प्रमुख, उप मिशन प्रमुख अरहान बगाती, कोविड-19 मुख्य संवाद अधिकारी वीके डब्बास और मरियप्पन के कोच तथा पैरा एथलेटिक्स प्रमुख सत्यनारायण हैं। भारतीय खिलाड़ियों का तीसरा दल सोमवार को रवाना होगा लेकिन ट्रेनिंग की स्वीकृति मिलने से पहले इन्हें पृथकवास से गुजरना होगा।
भारत के पैरालंपिक के इतिहास के सर्वाधिक 54 खिलाड़ी टोक्यो खेलों में हिस्सा लेंगे और देश को इस बार अपने सर्वाधिक पदक जीतने की उम्मीद है। तोक्यो में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए ओलंपिक की तरह पैरालंपिक में भी स्टेडियमों में दर्शकों के आने पर प्रतिबंध होगा।