कोई इसे एलियन कहता है, तो कोई इसे फुटबॉल का जादूगर कहता है। पुटबॉल के मैदान में इस खिलाड़ी के सामने बड़े से बड़ा धुरंधर चकमा खा जाता है। इस खिलाड़ी ने अब तक 32 ट्रॉफियां जीती हैं। जिनमें 9 ला लीगा, 4 UEFA चैंपियंस लीग और 6 कोपास डेल रे की ट्रॉफियां शामिल हैं। इसके अलावा इस खिलाड़ी ने 5 बार बैलन डी'ऑर और 4 बार गोल्डन बूट का खिताब भी जीता है। इस खिलाड़ी की तुलना फुटबॉल के सर्वकालिक दिग्गज खिलाड़ी पेले और मैराडोना से की जाती है। हमें पूरी उम्मीद है कि आप समझ गए होंगे कि हम किस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं। जी हां, हम यहां बात कर रहे हैं कि दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी की। आज मेसी का जन्मदिन है और वो 31 साल के हो गए हैं। आइए उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनकी 10 अनसुनी बातें बताते हैं।
11 साल की उम्र में बीमारी से पीड़ित से मेसी: मेसी की उम्र जब 11 साल थी तो वो एक बीमारी से पीड़ित थे। बीमारी का नाम था ग्रोथ हॉरमोन डेफिशिएंसी। माना जाता है कि इस बीमारी के कारण बच्चों का शारीरिक विकास रुक जाता है। मेसी बेहद गरीब परिवार से थे और इस कारण उनके परिवार के पास उनके इलाज के लिए पैसे नहीं थे।
रिश्तेदारों की मदद से बार्सिलोना से हुआ संपर्क: मेसी के परिवार ने अपने रिश्तेदारों से मदद मांगी और उनकी मदद से उन्होंने स्पैनिश क्लब बार्सिलोना से संपर्क किया। बार्सिलोना के स्पोर्टिंग डायरेक्टर कारलेस रेक्स्च थे और वो मेसी के खेल से प्रभावित होकर इलाज का खर्च उठान को राजी हो गए।
रेक्स्च ने रखी अजीब शर्त: रेक्स्च मेसी के इलाज में होने वाले खर्च को उठाने के लिए तो राजी हो गए लेकिन इसके लिए उन्होंने एक शर्त भी रख दी। शर्त ये थी कि मेसी को स्पेन में ही रहना पड़ेगा।
टिशू पेपर में किया था पहला करार: रेक्स्च मेसी की प्रतिभा से बहुत ज्यादा प्रभावित थे और उन्होंने बिना देर किए मेसी से टिशू पेपर में ही करार में हस्ताक्षर करवा लिए। रेक्स्च को करार के लिए किसी पेपर की जरूरत थी लेकिन उन्हें कोई भी पेपर नहीं मिल रहा था वो मेसी का करार जल्दी से जल्दी करना चाहते थे और आखिर में उन्होंने टिशू पेपर में ही मेसी के साइन ले लिए।
2005 में किया था डेब्यू: मेसी ने साल 2005 में अपना डेब्यू किया था। लेकिन वो अपने पहले मैच में ज्यादा देर तक मैदान में नहीं रुक सके क्योंकि रेफरी ने उन्हें 47 सेकेंड में ही रेड कार्ड दिखा दिया था।
दो देशों के हैं पासपोर्ट: मेसी के पास दो देशों के पासपोर्ट हैं। मेसी के पास स्पेन और अर्जेंटीना के पासपोर्ट हैं।
बार्सिलोना की तरफ से बनाए कई रिकॉर्ड: मेसी को बार्सिलोना की तरफ से सुपरस्टार खिलाड़ी का दर्जा प्राप्त है। मेसी ने बार्सिलोना के लिए कई रिकॉर्ड बनाए हैं। बार्सिलोना की तरफ से खेलते हुए मेसी के नाम सबसे ज्यादा हैट्रिक, सबसे ज्यादा अवे गोल करने का रिकॉर्ड दर्ज है।
स्पेन से खेलने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था: मेसी को स्पेन की तरफ से खेलने का प्रस्ताव मिला था। लेकिन मेसी ने इस प्रसिताव को ठुकरा दिया था और अपने देश अर्जेंटीना की तरफ से खेलने का फैसला लिया था।
मेसी के नाम है खास रिकॉर्ड: मेसी अर्जेंटीना की तरफ से फीफा विश्व कप में खेलने और गोल करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। इसके अलावा फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब जीतने वाले भी वो अर्जेंटीना के पहले खिलाड़ी हैं।
यूनाइटेड नेशंस में भी छाए मेसी: मेसी के गजब के प्रदर्शन और उनकी लोकप्रियता को देखते हुए यूनाइटेड नेशंस ने उन्हें साल 2010 में गुडविल एंबेसडर बनाया था।