24 नवंबर 1982 को जन्मी मैरी कॉम ने अपने बॉक्सिंग करियर के दौरान अपने शानदार स्किल्स से सभी का दिल जीता और भारत का नाम रौशन किया। लंदन ओलंपिक ने उनके करियर में सबसे बड़ा रोल निभाया। जब उन्होंने 51 किलोग्राम फ्लाईवेट वर्ग में कांस्य पदक जीता। हालांकि , यह उनकी एकमात्र उपलब्धि नहीं थी क्योंकि ओलंपिक पदक जीतने से पहले ही कॉम एक स्टार मुक्केबाज थीं। मैरी कॉम ने 2014 इंचियोन एशियन गेम्स और 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स सहित कुल 14 बार गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावा उन्होंने 6 गोल्ड मेडल वर्ल्ड चैंपियनशिप में जीता और उन्होंने अपने करियर के दौरान एशियन चैंपियनशिप में भी दबदबा बनाया। वह 2016 रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने से चूक गईं थी, लेकिन 2020 टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने क्वालीफाई किया, जो ओलंपिक में उनकी आखिरी उपस्थिति भी थी। उनके करियर का आखिरी पदक दुबई में एशियन चैंपियनशिप 2021 में आया जहां उन्होंने फ्लाईवेट 51 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीता। उन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री (2006), पद्म भूषण (2013) और पद्म विभूषण (2020) जैसे पुरस्कारों से सम्मानित भी किया है।