इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 17वें सीजन की शुरुआत गतविजेता चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच 22 मार्च को चेपॉक स्टेडियम में खेला जाएगा। आईपीएल के पिछले कुछ सीजन से कई अलग-अलग नियम भी लागू होते देखने को मिले हैं, जिसमें इम्पैक्ट प्लेयर रूल, नो और वाइड बॉल के लिए डीआरएस की सुविधा। इस वजह से मैच और भी अधिक रोमांचक होते हुए दिखाई दिए हैं। आईपीएल में अब तक ऐसे कुछ नियम भी देखने को मिले हैं, जिनका इस्तेमाल टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं किया गया है। इसी में एक ऐसा नियम भी है जो पहली बार आईपीएल 2024 के सीजन में भी लागू होगा जिसका फायदा गेंदबाजों को सबसे ज्यादा मिलने वाला है।
1 - एक ओवर में 2 बाउंसर गेंदों का इस्तेमाल
टी20 इंटरनेशनल में अब तक गेंदबाज एक ओवर में सिर्फ एक बार ही बल्लेबाज के खिलाफ बाउंसर गेंद को फेंक सकता है। वहीं आईपीएल के पिछले तक गेंदबाजों को भी सिर्फ एक बाउंसर गेंद फेंकने की छूट थी। हालांकि अब आगामी सीजन में गेंदबाजों को 2 बाउंसर गेंदों को एक ओवर में फेकने की छूट दी जाएगी। बीसीसीआई की तरफ से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इस नियम को लागू किया गया था, जिसमें गेंदबाजों का प्रदर्शन 2 बाउंसर गेंदों की वजह से काफी बेहतर दिखा और इसी के बाद आईपीएल में भी इसे लागू करने का फैसला किया गया है।
2 - इम्पैक्ट प्लेयर रूल
आईपीएल के पिछले सीजन की तरह इस बार भी इम्पैक्ट प्लेयर नियम देखने को मिलेगा। इसमें दोनों ही टीमों के कप्तानों को टॉस होने के बाद 5-5 सब्सीट्यूट प्लेयर्स के नाम देने होते हैं। इन चुने गए खिलाड़ियों में कप्तान मैच की परिस्थिति के अनुसार किसी एक खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर चुन सकती है। इसे टीम के 12वें खिलाड़ी के तौर पर शामिल किया जाता है, जो मैच में किसी भी समय आ सकता है।
यदि कोई टीम गेंदबाजी कर रही है और उसने अपने किसी बॉलर के सभी ओवर करवा दिए हैं तो ऐसी परिस्थिति में वह इम्पैक्ट प्लेयर नियम के जरिए दूसरे खिलाड़ी को शामिल करने के बाद उससे भी ओवर करवा सकती है। वहीं बल्लेबाजी करने वाली टीम भी इम्पैक्ट खिलाड़ी को किसी भी समय मैदान पर बैटिंग करने भेज सकती है। हालांकि ये इम्पैक्ट प्लेयर जिस भी खिलाड़ी की जगह पर शामिल किया जाएगा वह प्लेयर मैच में आगे हिस्सा नहीं ले पाएगा।
3 - नो और वाइड बॉल के लिए डीआरएस की सुविधा
टी20 क्रिकेट में अक्सर अंपायर के फैसले की वजह से कई बार मैच के रुख को पलटते हुए फैंस ने देखा है। इसमें नो और वाइड बॉल के फैसले भी शामिल हैं जो कभी बल्लेबाजी करने वाली टीम या गेंदबाजी करने वाली टीम को पसंद नहीं आते। ऐसी परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए आईपीएल में पिछले सीजन में नो और वाइड बॉल के लिए भी रिव्यू सिस्टम को लागू किया गया था, जिसका प्रयोग दोनों टीमें कभी भी कर सकती हैं, हालांकि इसके लिए एक पारी में मिलने वाले 2 ही रिव्यू का प्रयोग किया जा सकता है जो टी20 क्रिकेट में टीमों को मिलते हैं।
4 - टाइमआउट रूल
आईपीएल में स्ट्रैटेजिक टाइम आउट नियम भी लागू है जिसका प्रयोग एक पारी के दौरान 2 बार किया जाता है, जिसमें एक बार बल्लेबाजी करने वाली टीम तो दूसरी बार गेंदबाजी करने वाली टीम इसका प्रयोग करती है। मैच में चार बार टाइम आउट होता है जो टीमों को उनकी रणनीति बनाने के लिए दिया जाता है। गेंदबाजी करने वाली टीम इस टाइम आउट का प्रयोग 6 से 9 ओवरों के बीच कर सकती है तो वहीं बल्लेबाजी करने वाली टीम 13 से 16 तक टाइमआउट ले सकती है। एक स्टैटेजिक टाइमआउट की समयसीमा 2 मिनट 30 सेकंड होती है। कई बार आईपीएल मैचों में टाइमआउट के बाद मुकाबलों को बदलते हुए भी देखा गया है।
5 - स्मार्ट रिप्ले टेक्निक
आईपीएल 2024 के सीजन में एक और नई टेक्निक का प्रयोग किया जाएगा, जिससे तीसरे अंपायर के काम को आसान किया जा सके। स्मार्ट स्मार्ट रिप्ले सिस्टम के आने से अंपायर्स को फैसले लेने में काफी सहूलियत मिलेगी। रिव्यू सिस्टम के लिए मैदान पर हॉक आई के आठ हाई स्पीड कैमरे लगाए जाएंगे और दो कैमरा ऑपरेटर तीसरे अंपायर के पास भी होंगे। इससे टीवी अंपायर को सीधे इन दो ऑपरेटरों से इनपुट मिलेगा। इस स्मार्ट रिप्ले में इससे अंपायर अलग-अलग एंगल में साफ विजुअल देख सकेंगे।
6 - स्टाप क्लॉक
आईसीसी ने हाल में ही लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में स्टाप क्लॉक के नियम को पूरी तरह से लागू कर दिया है। इसमें गेंदबाजी करने वाली टीम ने यदि एक ओवर खत्म करने के बाद अगला ओवर 60 सेकेंड में नहीं शुरू किया तो 2 बार चेतावनी के बाद उनपर 5 रनों के पेनल्टी हर बार गलती करने पर लगाई जाएगी। हालांकि इस नियम को अब तक आईपीएल में लागू नहीं किया गया है।
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