क्रिकेट की दुनिया में गब्बर के नाम से मशहूर सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने भारत के लिए खेलते हुए अपने कौशल से तीनों फॉर्मेट में ही धमाल मचाया है। वह अब अपनी छाप आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हुए छोड़ रहे हैं। धवन ने आईपीएल 2020 में लगातार दो शतक जड़कर कुल 618 रन बनाए थे। धवन ने आईपीएल 2021 का आगाज भी इसी अंदाज में किया है। भारतीय पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि शुरुआत में धवन के पास सचिन, सहवाग और कोहली जैसा टैलेंट नहीं था, लेकिन फिर भी उन्होंने परफॉर्म करके दिखाया है।
इंडिया टीवी से खास बातचीत में संजय मांजरेकर ने कहा "शिखर धवन का मैं पहले से बड़ा समर्थक रहा हूं, जिस तरह की उनकी शुरुआत हुई कभी ऐसा लगा ही नहीं कि वो टैलेंटिड क्रिकेटर हैं जैसे कि तेंदुलकर होते थे या विराट कोहली, वीवीएस लक्षमण या वीरेंद्र सहवाग। धवन टैलेंट के मामले में काफी लिमिटेड थे, लेकिन उन्होंने अपने अंदर से जो क्रिकेट को निकाला है उनकी दात देनी होगी।"
उन्होंने आगे कहा "मैं हमेशा मानता हूं जो खिलाड़ी अपनी प्रतिभा से बढ़कर परफॉर्म करता है वो धवन ने किया है। पिछले दो तीन सीजन से जब से वह दिल्ली की टीम में आए हैं उनका टी20 क्रिकेट ने आसमान को छुआ है। उनका स्ट्राइकरेट काफी बढ़िया है, बड़े स्कोर वह बना रहे हैं। धवन भरोसे वाले खिलाड़ी हैं, वह लंबी पारी खेलें।"
मांजरेकर ने माना कि शास्त्री के पास भी टैलेंट की कमी थी, लेकिन फिर भी उन्होंने विदेशी धरती पर जमकर रन बनाए। उन्होंने कहा "जब मैं टैलेंट की बात करता हूं तो लोग कहते हैं कि मैंटल टफनेस भी एक टैलेंट है, लेकिन मेरा मतलब शारीरिक कौशल से है जो स्वभाविक रूप से आपमें होता है। रवि शास्त्री भी लेफ्ट आर्म स्पिनर के रूप में टीम में आए थे और अंत में उन्होंने बतौर ओपनर हर देश में जाकर शतक बनाए।"
मांजरेकर ने इसी के साथ कहा कि अगर शॉ पहले मुकाबले की तरह आईपीएल 2021 में आगे भी रन बनाते हैं तो धवन और शॉ की जोड़ी को सहवाग-गंभीर की तरह जय-वीरू की जोड़ी कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा "शॉ के बारे में बात करते हुए मांजरेकर ने कहा "शॉ ने बहुत अच्छी शुरुआत की है, उनकी अप्रोच में थोड़ा सा फर्क देखने को मिला है, लेकिन टाइम बताएगा अगर वह पहले मैच की तरह सिलसिलेवार तरीके से रन बनाएंगें तो धवन और शॉ की जोड़ी जय वीरू की जोड़ी हो सकती है।"