नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया और राजस्थान रॉयल्स के तेज गेंदबाज एंड्रयू टाये ने भारत में कोरोना मामलों के बढने के कारण अपने देश में प्रवेश निषेध होने की आशंका से आईपीएल बीच में ही छोड़ दिया और दावा किया कि ऑस्ट्रेलिया के कई क्रिकेटर यह फैसला ले सकते हैं। टाये ने कहा कि उनके गृहनगर पर्थ में भारत से जाने वालों के पृथकवास के बढते मामलों के कारण उन्होंने यह फैसला लिया।
टाये ने रॉयल्स के लिये अभी तक एक भी मैच नहीं खेला है और उन्हें एक करोड़ रूपये में खरीदा गया था।
टाये ने सोमवार को दोहा से ‘सेन रेडियो’ से कहा,‘‘इसके कई कारण है लेकिन मुख्य कारण यह है कि पर्थ में भारत से लौटने वाले लोगों के होटलों में पृथकवास के मामले बढ गए हैं। पर्थ सरकार पश्चिम ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश करने वालों की संख्या में कटौती करने की कोशिश में है।’’
उन्होंने कहा कि बबल में रहने की थकान भी एक कारण है। उन्होंने कहा ,‘‘मैने सोचा कि देश में प्रवेश नहीं मिले, उससे पहले ही रवाना हो जाऊं। बबल में लंबा समय बिताना काफी थकाऊ है। अगस्त से अब तक मैं सिर्फ 11 दिन बबल से बाहर रहा हूं और अब घर जाना चाहता हूं।’’
ब्रिटेन और न्यूजीलैंड समेत कई देशों ने भारत से यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऑस्ट्रेलिया ने भी उड़ानों में 30 प्रतिशत कटौती कर दी है और आगे प्रतिबंध की आशंका है चूंकि भारत में पिछले कुछ दिनों से तीन लाख मामले रोज आ रहे हैं। आईपीएल में आस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ और पैट कमिंस भी खेल रहे हैं। टाये ने कहा कि कई खिलाड़ी लौटने की सोच रहे हैं।
उन्होंने कहा ,‘‘चिंता तो है। मेरे लौटने की बात पता चलते ही कइयों ने संपर्क किया। उन्होंने पूछा कि मैं किस रास्ते से जा रहा हूं। भारत में रोज तीन लाख से ज्यादा मामले आ रहे हैं और ये वो मामले हैं जो आधिकारिक है। शायद आंकड़ा इससे भी अधिक हो।’’
टाये ने कहा ,‘‘आईपीएल और बीसीसीआई ने हमें सुरक्षित रखा है लेकिन कोरोना से जूझ रहे लोगों को देखकर बुरा लगता है और हम क्रिकेट खेल रहे हैं।’’
इससे पहले रॉयल्स के लियाम लिविंगस्टोन भी यात्रा प्रतिबंध लागू होने से पहले ब्रिटेन लौट गए। क्रिकेट आस्ट्रेलिया और आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर संघ ने संयुक्त बयान में कहा कि वे आईपीएल में शामिल अपने क्रिकेटरों, कोचों और कमेंटेटरों के संपर्क में हैं और हालात पर नजर रखे हुए हैं।